वाशिंगटन। ट्रंप प्रशासन के इस्पात और एल्यूमीनियम आयात पर शुल्क लगाने के बाद चीन और अमेरिका के बीच चल रहा ट्रेड वार (Trade War) थमने का नाम नहीं ले रहा है. अब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन के साथ व्यापार संबंधी विवाद को तेज करते हुए चीनी उत्पादों पर 100 अरब अमेरिकी डॉलर का अतिरिक्त शुल्क लगाने के लिए कहा है. यह अमेरिका में आने वाले 1300 चीनी प्रोडक्ट पर पहले से ही प्रस्तावित 25 फीसदी आयात शुल्क के अतिरक्त है. तीन अप्रैल को अमेरिकी व्यापार रीप्रजेंटेटिव (यूएसटीआर) ने चीन से आने वाले सामान पर 25 प्रतिशत शुल्क लगाने की घोषणा की थी. इसके बाद चीन ने भी बदले में अमेरिकी प्रोडक्ट पर भी इतना आयात टैरिफ लगाने की घोषण की थी.
चीन की जवाबी कार्रवाई का बदला
ट्रंप ने कहा कि हमारा अतिरिक्त शुल्क का निर्णय चीन की जवाबी कार्रवाई के बदले में हैं. ट्रंप ने कहा कि अपनी गलतियों को सुधारने की बजाय चीन हमारे किसानों और उत्पादकों को नुकसान पहुंचाना चाहता है. चीन की जवाबी कार्रवाई को देखते हुए मैंने यूएसटीआर से यह देखने को कहा है कि क्या धारा 301 के तहत 100 अरब डॉलर का अतिरिक्त शुल्क उचित रहेगा और अगर हां तो उन उत्पादों की पहचान करो जिनमें ये शुल्क लगाए जा सकते हैं.
लाखों अमेरिकी नौकरियां चली गईं
ट्रंप ने चीन पर अमेरिका की बौद्धिक संपदा को गलत तरीके से हथियाने के लिए लगातार काम करने का आरोप लगाते हुए कहा यूएसटीआर की जांच में चीन की कार्यप्रणाली को विस्तार से दर्ज किया गया है और उससे विश्वभर में चिंता है. ट्रंप ने कहा, ‘चीन की अवैध व्यापार गतिविधियां? वाशिंगटन में वर्षों इसकी अनदेखी की गई? उसने अमेरिका की हजारों फैक्ट्रियों को तबाह किया और लाखों अमेरिकी नौकरियां खा गई.’
चीन ने 128 वस्तुओं के आयात पर शुल्क लगाया
इससे पहले अमेरिका ने अपने यहां के फलों, मांस समेत 3 अरब डॉलर मूल्य की 128 वस्तुओं के आयात पर अतिरिक्त शुल्क लगाए जाने को अनुचित बताते हुए कड़ी निंदा की थी. अमेरिका में इस्पात और एल्युमीनियम पर शुल्क लगाने के बाद चीन ने यह कदम उठाया था. अमेरिका के आयात शुल्क बढ़ाने के निर्णय के बाद दुनिया की दो बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच व्यापार युद्ध की आशंका जताई जा रही थी. दोनों देशों की तरफ से एक-दूसरे के प्रोडक्ट पर लगातार शुल्क लगाए जा रहे हैं.