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लोकसभा में एयरसेल मैक्सिस सौदे पर चर्चा, कांग्रेस-लेफ्ट का वॉकआउट

chidambaram sनई दिल्ली। लोकसभा में मंगलवार का पूरा दिन एयरसेल मैक्सिस सौदे में पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम के बेटे के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर एआईएडीएमके के सदस्यों द्वारा किए गए हंगामे की भेंट चढ़ने के बाद आज कांग्रेस और लेफ्ट पार्टियों के कड़े विरोध के बावजूद स्पीकर ने इस मामले पर सदन में चर्चा की अनुमति दे दी। चर्चा में भाग लेते हुए एआईएडीएमके और बीजू जनता दल (बीजेडी) दोनों ने केंद्र की एनडीए सरकार और कांग्रेस के बीच मिलीभगत का आरोप लगाया और सरकार से जानना चाहा कि वह कौन सी ताकत है, जो दोनों बाप बेटों को बचा रही है। हालांकि, इसका जवाब देते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि जांच की गति धीमी होने के आरोप गलत हैं।
कांग्रेस और लेफ्ट पार्टियों के सदस्यों ने कार्यवाही के नियमों तथा कानून का उल्लंघन कर सदन में इस मुद्दे पर चर्चा कराए जाने का आरोप लगाते हुए सदन से वाकआउट किया। प्रश्नकाल की समाप्ति के बाद अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने इस मुद्दे पर नियम 193 के तहत दो घंटे की संक्षिप्त चर्चा की अनुमति दी तो तृणमूल कांग्रेस के सौगत राय ने नियमों और कानून का हवाला देते हुए कहा कि अदालत के विचाराधीन मामले पर सदन चर्चा नहीं कर सकता है और सदन में किसी ऐसे व्यक्ति के खिलाफ आरोप नहीं लगाए जा सकते जो सदन का सदस्य नहीं हो।

अध्यक्ष ने इस पर स्पष्ट किया कि विषय पर चर्चा के लिए जो नोटिस दिए गए हैं, उनमें किसी व्यक्ति विशेष का नाम नहीं लिया गया है इसलिए सदन की सहमति से इस पर चर्चा कराई जा सकती है। सदन की मंगलवार की पूरे दिन की कार्यवाही भी एआईएडीएमके सदस्यों द्वारा इस मुद्दे को लेकर किए गए हंगामे की भेंट चढ़ गई थी। बीजेडी के भृतुहरि मेहताब ने इस मुद्दे पर चर्चा के लिए दिए गए अपने नोटिस पर अपने विचार रखते हुए मामले की पृष्ठभूमि में जाने के साथ ही आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ बीजेपी और विपक्षी दल कांग्रेस के बीच ‘मैच फिक्सिंग’ चल रही है।

उन्होंने कहा कि इस मामले में अभी तक कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है और सीबीआई आरोपपत्र दायर नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच में इसलिए देरी हो रही है क्योंकि बीजेपी और कांग्रेस के बीच ‘सौदेबाजी’ चल रही है। मेहताब ने यह भी जानना चाहा कि कोई सरकारी अधिकारी या उसका कोई रिश्तेदार इस मामले से जुड़ा है या नहीं, सरकार को इन आरोपों का जवाब देना चाहिए।

मेहताब ने आरोप लगाया कि चिदंबरम के बेटे ने दुनियाभर में रियल एस्टेट में निवेश किया है और प्रवर्तन निदेशालय तथा आयकर प्रशासन द्वारा उनके कैंपसों पर की गई छापेमारी में यह बात सामने आई है। गौरतलब है कि सीबीआई यह जांच कर रही है कि क्या तत्कालीन वित्त मंत्री पी चिदंबरम मैक्सिस की सहायक कंपनी ग्लोबल कम्युनिकेशन सर्विसिज होल्डिंग लिमिटेड को वर्ष 2006 में एयरसेल लिमिटेड को 80 करोड़ डॉलर की राशि का निवेश करने की अनुमति देने के लिए अधिकार संपन्न थे।

अन्नाद्रमुक के टी जी वेंकटेश ने पूर्व वित्त मंत्री के बेटे पर मनी लॉन्ड्रिंग के जरिए विदेशों में विशाल कारोबार साम्राज्य खड़ा करने का आरोप लगाने के साथ ही सरकार से जानना चाहा कि विदेशों से काला धन वापस लाने का वादा कर सत्ता में आई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार इस मामले में दोषियों को न्याय के कठघरे में लाने में देरी क्यों कर रही है।

वेंकटेश ने आसन के समक्ष नारेबाजी कर रहे कांग्रेसी और वामपंथी सदस्यों के हंगामे के बीच जानना चाहा कि इस मामले में त्वरित कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है जो देश के खजाने को 176 लाख करोड़ रुपये का भारी नुकसान पहुंचाने वाले 2 जी स्पैक्ट्रम घोटाले से जुड़ा है। इसी बीच, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड्गे ने आसन पर नियमों की घोर अवहेलना करने का आरोप लगाया और कांग्रेस सदस्य वाम सदस्यों के साथ सदन से वॉकआउट कर गए।