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‘मंगल के महादंगल’ में ट्रंप और हिलरी ने मारी बाजी

super-tuesdayवॉशिंगटन। अमेरिका में राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी के लिए मंगलवार को हुए प्राइमरी चुनावों में सात-सात राज्यों में जीत दर्ज करके हिलरी क्लिंटन और डॉनल्ड ट्रंप इस दौड़ में बहुत आगे निकल गए हैं। ऐसे में राज्यों में प्राइमरी चुनाव के बाद 8 नवंबर को राष्ट्रपति चुनाव में हिलेरी और ट्रंप का आमना-सामना होने की संभावना है। डेमोक्रैटिक उम्मीदवार बनने की प्रबल दावेदार हिलरी क्लिंटन और रिपब्लिकन में आगे चल रहे डॉनल्ड ट्रंप, दोनों ने सुपर ट्यूजडे चुनावों में जॉर्जिया, मैसाचुसेट्स अलबामा, टेनेसी और वर्जीनिया में जीत दर्ज कर ली है।
इसके अलावा ट्रंप में वरमोंट और हिलरी ने टेक्सस में जीत दर्ज की है। हिलरी और ट्रंप, दोनों ही सूपडा साफ नहीं कर पाए जिसकी कई चुनाव पंडितों ने संभावना व्यक्त की थी। दूसरी तरफ, ट्रंप टेक्सस और ओक्लाहोमा में अपने मुख्य प्रतिद्वंद्वी सिनेटर टेड क्रूज से हार गए हैं।

रिपब्किलन पार्टी के प्राइमरी चुनाव में टेड क्रूज को मंगलवार के महामुकाबले में टेक्सस में जीत के रूप में सबसे बड़ा इनाम मिला। मार्को रुबियो को 2016 के राष्ट्रपति पद के चुनाव में रिपब्लिकन उम्मीदवार बनने की अपनी मुहिम की पहली जीत मिनेसोटा में मिली।

दूसरी ओर डेमोक्रैटिक पार्टी के उम्मीदवार बनने के मुकाबले में हिलरी के मुख्य प्रतिद्वंद्वी बर्नी सैंडर्स ने चार राज्यों में जीत प्राप्त की। सैंडर्स को कोलोराडो, ओक्लाहोमा, मिनेसोटा और उनके गृह राज्य वरमोंट में जीत मिली।

69 वर्षीय ट्रंप अब पार्टी उम्मीदवार बनने के दावेदार के तौर नहीं बल्कि हिलरी के साथ मुकाबला करने के लिए उत्सुक आम चुनाव के उम्मीदवार के तौर पर अधिक बात कर रहे हैं। उन्होंने फ्लोरिडा में कहा, ‘जब यह सब समाप्त हो जाएगा, तो उसके बाद मैं एक ही व्यक्ति से मुकाबला करूंगा और वह हैं हिलरी क्लिंटन। दिल की बात कहूं तो मुझे लगता है कि यह मुकाबला मेरे लिए आसान होगा।’

कई प्राइमरी चुनावों में जीत दर्ज करने के बाद मियामी में भाषण देते समय हिलरी भी सैंडर्स को पीछे छोड़कर ट्रंप पर निशाना साधती नजर आईं। उन्होंने ट्रंप के ‘अमेरिका को फिर से महान बनाने’ के नारे पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, ‘ऐसा कभी नहीं हुआ है, जब अमेरिका महान नहीं रहा हो।’
ट्रंप ने इससे पहले चार प्राइमरी चुनावों में से तीन में जीत दर्ज करके रिपब्लिकन राजनीतिक प्रतिष्ठान को स्तब्ध कर दिया है। उन्होंने आतंकवाद, आव्रजन और एक अनिश्चित अर्थव्यवस्था को लेकर चिंतित और वॉशिंगटन पर गुस्साए मतदाताओं की घबराहट को पूरी तरह भुनाया है। अमेरिका में 8 नवंबर को राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोट डाले जाएंगे।