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शिवराज चौहान के पूर्व मंत्री ने की श्वेत पत्र की मांग

swet-patraभोपाल। 75 साल के फॉर्म्युले में शिवराज मंत्रिमंडल से निकाले गये बाबूलाल गौड़ और सरताज सिंह सरकार को कटघरे में खड़ा करने का कोई मौका नही छोड़ रहे हैं। 75 के फॉर्म्युले पर सवाल उठा चुके 76 साल के सरताज सिंह ने अब मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की कार्य शैली पर ही सवाल उठाया है। सरताज सिंह ने अक्टूबर में इन्दौर में होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट को लेकर श्वेत पत्र जारी किए जाने की मांग की है।

अक्टूबर के अंतिम सप्ताह में होने वाली इस समिट के लिए शिवराज सिंह चौहान ब्रिटेन जाने वाले हैं। वह देश के सभी प्रमुख शहरों में घूम कर उद्योगपतियों को मध्यप्रदेश में निवेश करने के लिए आमंत्रित कर रहे हैं। इसी दौरान सरताज का यह सवाल उठाना सरकार को कटघरे में खड़ा कर रहा है। सरताज सिंह ने कहा है कि मध्यप्रदेश में ऐसा माहौल बनाए जाने की जरूरत है, जिससे खुद ब खुद उद्योगपति निवेश करने के लिए यहां आएं। उनका कहना हैं कि नौकरशाही के व्यवहार के चलते निवेशक मध्यप्रदेश नहीं आ रहे हैं। क्योंकि अफसर उनके काम में रोड़ा अटकाते हैं।

पूर्व मंत्री ने कहा है कि सरकार हर साल देश और देश के बाहर इस तरह की समिट का आयोजन करती हैं। ऐसे आयोजनों पर सरकारी खजाने के करोड़ों रुपये खर्च होते हैं। ऐसे में सरकार को श्वेत पत्र लाकर यह बताना चाहिए कि अब तक की स्थिति क्या है। गौरतलब है कि पिछले दिनों मुख्यमंत्री की समीक्षा बैठक में भी उद्योग विभाग को लेकर सवाल उठे थे। अब पूर्व मंत्री का यह बयान सरकार को कटघरे में खड़ा कर रहा है। उधर कांग्रेस पहले से ही इन्वेस्टर्स समिट पर सवाल उठाती रही है। उसका आरोप है कि सरकार ने जितना पैसा उद्योगपतियों को आमंत्रित करने पर खर्च किया है। उसकी तुलना में जमीनी निवेश नहीं हुआ है।