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मुख्यमंत्री योगी ने रेवड़ी की तरह अपने अपनों को बांटी ओएसडी की कुर्सी

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) ने आठ ओएसडी (ऑफिसर्स ऑन स्पेशल ड्यूटी) की नियुक्ति को मंजूरी दी है। इनमें से छह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ गोररखनाथ मंदिर या आधिकारिक निवास में काम कर चुके हैं, जबकि दो भाजपा कार्यकर्ता हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक सीएमओ ने इन सभी का नाम सचिवालय प्रशासन विभाग को मुख्यमंत्री के साथ ओएसडी के रूप में नियुक्ति के लिए भेजा है। अखबार ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि इन्हें ए ग्रेड अधिकारी के बराबर वेतन दिया जाएगा।

इनमे से पहला नाम राज भूषण सिंह रावत का है वह अभी योगी के निजी सहायक के तौर पर काम कर रहे हैं। दूसरा नाम धीरेन्द्र चौधरी और कृष्णराज पांडेय का है। ये दोनों दिल्ली में योगी आदित्यनाथ के सांसद बनने के दौर से ही उनका काम संभाल रहे हैं। रिपोर्ट के अनुसार कृष्णराज पांडेय हर जगह अपना पता योगी के आधिकारिक पते को ही लिखवाते हैं।

इस सूची में गोरखपुर में योगी के निजी सहायक उमेश सिंह का भी नाम है, जो योगी के सीएम बनने के साथ ही उनके साथ हैं। द्वारिका प्रसाद का नाम भी ओएसडी के लिए दिया गया है। वह गोरखनाथ मंदिर के इंचार्ज बताए जाते है और योगी के लखनऊ आने के बाद गोरखनाथ का काम वह ही देख रहे हैं। साथ ही वह गोरखनाथ मंदिर में जनता दरबार भी लगाते हैं।

गोरखनाथ मंदिर के स्टाफर हिमालय गिरी का नाम भी योगी के ओएसडी बनने की लिस्ट में भेजा गया है। इसके अलावा लिस्ट में अभिषेक कौशिक (अमरोहा जिला) और संजीव सिंह (लखनऊ) के निवासी का नाम भी शामिल है। दोनों पहले एबीवीपी और अब भाजपा के वर्कर रह चुके हैं।