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जेएनयू मुद्दे पर संसद में भी आक्रामक रहेगी बीजेपी

parliyamentनई दिल्ली। जेएनयू में देशविरोधी नारे लगाए जाने के मामले में विपक्षी दल भले ही सत्ताधारी बीजेपी को घेरने की कोशिश में लगे हों, लेकिन वह खुद संसद में नारेबाजी के मुद्दे को आक्रामक ढंग से उठाने की तैयारी कर रही है। आगामी बजट सत्र में बीजेपी इस मुद्दे को जोरशोर से उठाने के मूड में है। बीजेपी का मानना है कि इस मुद्दे पर उसे जनता के बीच समर्थन मिल रहा है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि संसद सत्र के दौरान खुद पीएम मोदी पूरी बहस में दखल दे सकते हैं।
जेएनयू परिसर में 9 फरवरी को अफजल गुरु के पक्ष में और देशविरोधी नारे लगाए जाने के मामले को बीजेपी राष्ट्रवाद की बहस में ले जाना चाहती है। ‘मेल टुडे’ की रिपोर्ट के मुताबिक बीजेपी के शीर्ष सूत्रों का कहना है कि पार्टी संसद के भीतर और बाहर दोनों जगह जेएनयू और राष्ट्रवाद के मुद्दे को जोरशोर से उठाएगी।

नाम न छापने की शर्त पर पार्टी नेताओं ने बताया कि दोनों सदनों में बीजेपी सांसदों ने अफजल गुरु के पक्ष में नारे लगाए जाने और आतंकी डेविड हेडली के खुलासे के मुद्दे पर बहस के लिए नोटिस दिया है। डेविड हेडली द्वारा इशरत जहां को आतंकी बताए जाने के खुलासे पर संसद में हंगामेदार बहस हो सकती है। बीजेपी की रणनीति यह है कि इन मुद्दों के जोर पकड़ने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मैदान में आ सकते हैं। संसदीय कार्यमंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने भी कहा है कि जरूरत पड़ने पर प्रधानमंत्री पूरी बहस में दखल दे सकते हैं।

मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा, ‘आगामी संसद सत्र में हमारा मुख्य ध्यान विधेयकों को पारित कराने पर है। लेकिन हम यह भी स्पष्ट करना चाहते हैं कि विपक्ष के साथ हम किसी भी मुद्दे पर बात करने को तैयार हैं। जरूरत पड़ेगी तो पीएम मोदी भी बहस में दखल देंगे।’ बीजेपी पहले से ही तीन दिवसीय ‘जन स्वाभिमान अभियान’ चला रही है। इसमें वह जेएनयू मुद्दो को उठा रही है। बीजेपी का मानना है कि राष्ट्रवाद के इस स्टैंड पर उसे ग्राउंड पर पूरा समर्थन मिल रहा है। हालांकि उदारवादी बुद्धिजीवियों का एक तबका इसके लिए सरकार की आलोचना भी कर रहा है।

सरकार महसूस कर रही है कि राष्ट्रवाद की बहस में वह विपक्ष को भी धकेल सकती है। बीजेपी के रणनीतिकारों का मानना है कि राष्ट्रवाद ऐसा विषय है, जिसके खिलाफ विपक्षी नेता कुछ भी खुलकर बोलने से बचेंगे। बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव श्रीकांत शर्मा ने कहा, ‘हम देश के लोगों को बता रहे हैं कि राष्ट्रविरोधी गतिविधियों को हम सहन नहीं करेंगे और भविष्य में ऐसा नहीं होने दिया जाएगा।’