रांची। भारत की पहले T-20 मैच में श्रीलंका के हाथों हैरतअंगेज हार से टीम निदेशक रवि शास्त्री किसी तरह से प्रभावित नहीं हैं और और उन्होंने गुरुवार को यहां कहा कि उनका प्रयास अगले महीने वाली विश्व T-20 चैंपियनशिप से पहले सभी तरह के संयोजन आजमाना और सभी को मौका देना है। भारत पुणे में पहले मैच में घसियाली पिच पर श्रीलंका की अनुभवहीन टीम से हार गया था। भारत अब शुक्रवार को यहां अपनी विजयी लय पकड़ने और श्रृंखला में अपनी उम्मीदें जीवंत रखने के लिए उतरेगा।
शास्त्री ने मैच की पूर्व संध्या पर कहा, ‘बेहतर यही होगा कि विश्व कप टीम में शामिल अधिकतर खिलाड़ियों को खेलने का मौका मिले। यह हमारा प्रयास है लेकिन यह भी देखना होता कि परिस्थितियां और श्रृंखला की स्थिति कैसी है और उसी के अनुसार टीम संयोजन तैयार किया जाता है।’
इस पूर्व कप्तान ने कहा कि उनकी निगाहें विश्व T-20 पर हैं और वह भारतीय टीम का पूर्णकालिक कोच बनने की संभावना के बारे में नहीं सोच रहे हैं। शास्त्री से जब पूर्णकालिक कोच के बारे में पूछा गया, उन्होंने कहा, ‘मैं नहीं जानता। हमारे पास विश्व कप तक समय है और उसे बाद देखेंगे। मैं पहले भी कहता रहा हूं कि हम वर्तमान में जीते हैं। हमारा ध्यान विश्व कप पर होना चाहिए। हमें BCCI ने नियुक्त किया है और वे हमारे प्रदर्शन का आकलन करेंगे। मेरा काम भारतीय टीम पर ध्यान देना है।’
शास्त्री से पहले मैच के बाद पिच की आलोचनाओं के बारे में पूछा गया, उन्होंने कहा, ‘यदि पिच अच्छी होगी तो हम कहेंगे कि यह अच्छी थी। यदि पिच से काफी मदद मिल रही होगी तो हम कहेंगे कि पिच ऐसी थी। हम आखिर में जो महसूस करते हैं उसे कहने में क्यों हिचकिचाएं। यह साफ था कि पिच से गेंदबाजों को थोड़ी मदद मिल रही थी लेकिन हमें उससे अच्छी तरह से सामंजस्य बिठाना चाहिए था।’
उन्होंने कहा, ‘मैच गंवाने पर कोई बहाना नहीं लेकिन हमें 140 रन का स्कोर बनाना चाहिए था। उस पिच पर यह अच्छा प्रतिस्पर्धी स्कोर होता।’ शास्त्री ने कहा कि निरंतर एक जैसा प्रदर्शन करने को लेकर वर्तमान टीम को कोई परेशानी नहीं है। उन्होंने कहा, ‘यह टीम आत्मविश्वास से भरी है और उसने पिछले डेढ़ से दो साल में बहुत अच्छी क्रिकेट खेली है। उन्होंने बेहतरीन क्रिकेट खेली और परिणाम में यह दिखता है। यदि हम निरंतर अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाते तो फिर टेस्ट में नंबर एक और T-20 में नंबर दो नहीं बन पाते।’
उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलिया दौरे के तुरंत बाद परिस्थितियों से सामंजस्य बिठाना आसान नहीं था। शास्त्री ने कहा, ‘हमने ऑस्ट्रेलिया में क्रिकेट खेली और फिर सीधे यहां आ गये और इसमें केवल चार-पांच दिन का अंतर रहा। पहले T-20 की पिच उपमहाद्वीप की अन्य पिचों से भिन्न थी।’
शास्त्री ने कहा कि भारतीय टीम सभी तरह की परिस्थितियों में खेलने में सक्षम है। उन्होंने कहा, ‘मैंने अभी तक पिच नहीं देखी है लेकिन आउटफील्ड काफी सूखी है। आउटफील्ड पर काफी रेत है जिससे पता चलता है कि उन्होंने इस पर पानी नहीं डाला है। मैंने पिच नहीं देखी है लेकिन हम किसी भी परिस्थिति में खेलने के लिये तैयार हैं।’