प्योंगयांग। नॉर्थ कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन रियो ओलिंपिक में अपने खिलाड़ियों के प्रदर्शन से खुश नहीं है। खबर है कि जोंग मेडल से चूकने वाले खिलाड़ियों को सजा भी दे सकते हैं। सूत्रों की मानें तो जोंग की अपेक्षा थी कि उनके देश के खाते में कम से कम 5 गोल्ड समेत 17 मेडल्स आएं, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। इस ओलिंपिक में नॉर्थ कोरिया के खाते में 7 मेडल्स ही आ सके।
नॉर्थ कोरिया ने रियो ओलिंपिक में कुल 31 ऐथलीट्स को भेजा था। रियो ओलिंपिक में नॉर्थ कोरिया के खाते में कुल 7 मेडल ही आ सके, जिनमें 2 गोल्ड, 3 सिल्वर और 2 ब्रॉन्ज मेडल शामिल हैं। नॉर्थ कोरिया का प्रदर्शन इससे पहले लंदन ओलिंपिक्स में रियो से बेहतर था। लंदन ओलिंपिक्स में नॉर्थ कोरिया ने 4 गोल्ड मेडल जीते थे।
न्यूज वेबसाइट फाइनैंशल एक्सप्रेस के मुताबिक, खबरें थीं कि नॉर्थ कोरिया के खिलाड़ी ओलिंपिक के दौरान काफी दबाव में थे। उन्हें डर था कि किम जोंग उन की अपेक्षा के मुताबिक प्रदर्शन न कर पाने पर उन्हें रहने की अच्छी सुविधा, पर्याप्त राशन से हाथ धोना पड़ेगा और यहां तक कि उन्हें कोयले की खदानों में काम करने भी भेजा जा सकता है। वहीं दूसरी ओर मेडल जीतने वालों को ये सभी सुविधाएं बेहतर ढंग से मुहैया कराई जाएंगी और पुरस्कृत भी किया जाएगा।
इससे पहले भी इस तरह की खबरें आ चुकी हैं कि नॉर्थ कोरिया की फुटबॉल टीम को लाइव टीवी पर सजा दी गई थी। उन्हें यह सजा 2010 वर्ल्ड कप में पुर्तगाल से 7-0 के स्कोर से हारने की वजह से दी गई थी। उस दौरान भी कुछ खिलाड़ियों को सजा के तौर पर खदानों में काम करने के लिए भेज दिया गया था।
सूत्रों के मुताबिक, इस ओलिंपिक में बेहतर प्रदर्शन न कर पाने वाले खिलाड़ियों के साथ भी ऐसा हो सकता है। हालांकि, अनाधिकारिक सूत्रों का कहना है कि ऐथलीट्स का देश वापसी पर स्वागत होगा। मेडल जीतने वालों को पुरस्कृत किया जाएगा, लेकिन अन्य को किसी प्रकार की सजा नहीं दी जाएगी।