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यूपी के धार्मिक नगरों में बढ़ रहा लिंगानुपात का अंतर

religiousलखनऊ। प्रदेश के धार्मिक नगरों में अन्य शहरों के मुकाबले लिंगानुपात का अंतर लगातार बढ़ता जा रहा है। पिछले दस वर्षों की बात करें तो इन शहरों में प्रति हजार लड़कों की तुलना में छह वर्ष तक की लड़कियों की संख्या में भारी गिरावट दर्ज की गई है।
इन शहरों में वाराणसी, इलाहाबाद, चित्रकूट, फैजाबाद और मथुरा प्रमुख रूप से शामिल हैं, जहां प्रति हजार लड़कों पर छह वर्ष की लड़कियों की संख्या अधिकतम 931 और सबसे कम 870 है। यह जानकारी वात्सल्य संस्था की ओर से गुरुवार को हजरतगंज में आयोजित वर्कशॉप में दी गई।

यूरोपीय यूनियन और प्लान इंडिया के सहयोग से हुई वर्कशॉप की अध्यक्षता पूर्व कैबिनेट सचिव डॉ. सतीश अग्निहोत्री ने की। कार्यक्रम में वात्सल्य संस्था की संचालिका डॉ. नीलम सिंह ने बताया कि यूपी में सिख समुदाय में शिशु लिंगानुपात में कमी आ रही है। इसका मुख्य कारण सिख बाहुल्य क्षेत्रों में कानून का कड़ाई से पालन है। आंकड़ों पर एक नज़र-

लड़कियों की घटती संख्या
वाराणसी

जनगणना 2001: 919
जनगणना 2011: 885
गिरावट: 34

इलाहाबाद
जनगणना 2001: 917
जनगणना 2011: 893
गिरावट: 24

चित्रकूट
जनगणना 2001: 928
जनगणना 2011: 907
गिरावट: 21

फैजाबाद
जनगणना 2001: 945
जनगणना 2011: 931
गिरावट: 14

मथुरा
जनगणना 2001: 872
जनगणना 2011: 870
गिरावट: 2

(छह वर्ष तक की लड़कियों की संख्या प्रति हजार लड़कों की तुलना में।)