लखनऊ। यूपी से उत्तराखंड तक मेट्रो चलाने की तैयारी दोनों राज्यों की सरकार कर रही हैं। उत्तराखंड के सीएम हरीश रावत और यूपी सरकार के वरिष्ठ मंत्री शिवपाल सिंह यादव के साथ बैठक में दोनों बीच इस पर सहमति बनी।
यह मेट्रो नहर के किनारे मुराद नगर से हरिद्वार तक चलाने की योजना है। हरीश रावत के प्रस्ताव पर शिवपाल सिंह यादव ने सहमति दी। तय किया गया कि जल्द ही इसकी फिजिबिलटी स्टडी कराई जाएगी। इसके लिए संयुक्त रूप से एसपीवी तैयार करवाया जाएगा।
दोनों नेताओं के बीच कई सिंचाई परियोजनाओं में भागेदारी और विवादित मामलों के निस्तारण पर भी चर्चा हुई। जामरानी बांध पर दोनों राज्यों के बीच जल्द एमओयू साइन किया जाएगा। हरिद्वार में गंगा नदी में नालों को टैप करके उन्हें समानांतर कैनाल के जरिए बाहर ले जाया जाएगा।
इसमें यूपी सरकार आर्थिक सहयोग करेगी। बैठक में जिन बिंदुओं पर सहमति बन चुकी है उन्हें एक निश्चित टाइमफ्रेम में हल कर लिया जाएगा। पुरानी ऊपरी गंग नहर रुड़की में वाटर स्पोर्ट्स के लिए यूपी ने सहमति दी।
उत्तराखंड में वर्ष 2018 में होने जा रहे नैशनल गेम्स को देखते हुए यह बहुत महत्वपूर्ण है। यह पहले ही तय किया जा चुका है कि उत्तराखण्ड़ की भौगोलिक सीमा में स्थित उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग के नियंत्रणाधीन भवनों में से लगभग 25 प्रतिशत भवनों को उत्तराखंड को हस्तांतरित किया जाएगा। इसे 31 मार्च तक कर देने का निर्णय लिया गया।
जिन नहरों के हेड व टेल उत्तराखंड में है, परंतु स्वामित्व उत्तर प्रदेश सरकार के पास है, उन्हें यूपी सरकार सरकार जल्द ही उत्तराखंड को सौंप देगी। ऐसी कुल 37 नहरें हैं इनमें से 28 नहरें हरिद्वार जनपद में व 9 नहरें ऊधमसिंहनगर जनपद में हैं। रामगंगा में पानी बढ़ाने के लिए एक योजना तैयार की जाएगी।
इसमें गैरसैण से शुरू करते हुए कई जलाशय बनाए जाएंगे। टिहरी डैम में प्रभावित हो रहे गांवों के पुनर्वास के संबंध में यूपी व उत्तराखंड मिलकर केंद्र और टीएचडीसी से अनुरोध करेंगे। आश्रम नगर हरिद्वार में ईसाई कब्रिस्तान के लिए जमीन देने पर यूपी के सिंचाई मंत्री ने सहमति दी। तय किया गया कि उत्तराखंड की सीमा में यूपी की ऐसी जमीन व संपत्ति जो उनके उपयोग में नहीं आ रही है, उत्तराखंड सरकार को बेच दी जाएगी।
बैठक में उत्तराखंड के सिंचाई मंत्री यशपाल आर्य, मुख्य सचिव शत्रुघ्न सिंह, मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव राकेश शर्मा, उत्तर प्रदेश के प्रमुख सचिव, सिंचाई दीपक सिंघल सहित कई अफसर मौजूद थे।