अलीगढ़। चुनाव से पहले बसपा सुप्रीमो मायावती की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। अलीगढ़ जिले की खैर विधानसभा सीट से बसपा के पूर्व प्रत्याशी अरुण फौजी ने टिकट कटने के बाद पार्टी सुप्रीमो मायावती के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। अरुण ने बसपा सुप्रीमो पर गंभीर आरोप लगते हुए कहा है कि टिकट देने के लिए मायावती ने उनसे एक करोड़ रुपए लिए थे। जिसमें से 50 लाख रुपए लौटा दिए गए, लेकिन 50 लाख बकाया है। अगर बकाया धनराशि नहीं लौटायी गई तो वो लखनऊ में मायावती के आवास के बाहर परिवार समेत आत्महत्या कर लेंगे।
मंगलवार तक लौटाएं बकाया राशि
अरुण फौजी ने कहा है कि बसपा में उन्हें एक करोड़ रुपये में टिकट मिला। लेकिन 23 अगस्त 2016 में उनका टिकट काट दिया गया। टिकट काटने के दिन उन्हें 50 लाख रुपये वापस कर दिए गए लेकिन बाकी के 50 लाख रुपये आज तक नहीं मिले हैं। अब अगर मंगलवार तक उनको बकाया 50 लाख रुपये का भुगतान नहीं हुआ तो वह अपनी पत्नी और बच्चाें के साथ बसपा सुप्रीमो मायावती के लखनऊ स्थित आवास के सामने आत्महत्या करने को बाध्य होंगे, क्योंकि कर्ज में डूब जाने के बाद अब उनके पास कोई और रास्ता नहीं बचा है। फौजी ने यहां तक कहा कि बसपा सुप्रीमो पांव छूने वालों से भी दो लाख रुपये लेती हैं। बता दें कि इससे पहले भी बसपा छोड़ने वाले स्वामी प्रसाद मौर्या और आरके चौधरी जैसे नेता भी मायावती पर टिकट बेचने का आरोप लगाते रहे हैं।
बसपा नेता अरुण फौजी
दोस्तों और रिश्तेदारों के कर्ज से हूं परेशान
अरुण फौजी ने कहा कि अपनी और पिता की सारी पूंजी और दोस्तों से कर्ज लेकर उन्होंने टिकट के वास्ते मायावती को एक करोड़ रुपए दिए थे। इस पर पिछले साल मई में उन्हें खैर से उम्मीदवार घोषित किया गया था। अरुण का कहना है कि दो साल से चुनावी तैयारी में उन्होंने कई लाख रुपए और खर्च किए। कुछ दिन पहले मायावती ने उन्हें बुलाया था। वो गए तो और एक करोड़ देने को कहा गया। उन्होंने असमर्थता जताई। इस पर 24 अगस्त को टिकट काटने का ऐलान कर दिया गया।
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15 साल से हूं बसपा का कार्यकर्ता
फौजी ने कहा है कि 15 साल से वो बसपा के सक्रिय कार्यकर्ता रहे हैं, सेक्टर अध्यक्ष भी रहे। दो साल तक कड़ी मेहनत करने के बाद उनको खैर सुरक्षित विधानसभा से पहली बार टिकट मिली। टिकट के लिए उन्होंने अपने दोस्तों, ससुराल, पिता और बहनोई से बड़ा कर्ज लिया। घर के गहने भी गिरवी रखे। ब्याज पर भी पैसा उधार लिया। अब टिकट कटने के बाद वो परेशान हैं और अपना कर्ज उतारना चाहते हैं।