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BREAKING- नामांकन से एक दिन पहले ही बसपा सुप्रीमो ने अपने दबंग विधायक को पार्टी से निकाला

लखनऊ/गाजियाबाद। राजधानी दिल्ली से सटे गाजियाबाद में भाजपा की लिस्ट घोषित होने और कल से शुरू हो रेह नामांकन से एक दिन पहले बहुजन समाज पार्टी ने अपने विधायक अमरपाल शर्मा को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। बसपा सुप्रीमो मायवती ने इस बार के चुनाव के लिए चार लिस्ट जारी की थी। इसमें साहिबाबाद विधानसभा सीट से वर्तमान विधायक अमरपाल शर्मा को प्रत्याशी बनाया गया था, लेकिन सोमवार सुबह ही बसपा ने विधायक को बाहर का रास्ता दिखाकर सनसनी फैला दी।
बसपा के जिलाध्यक्ष ने लेटर जारी करके बहुजन समाज पार्टी से अमरपाल शर्मा को बाहर निकाले जाने की पुष्टि की। आलकमान की तरफ से जारी किए गए फरमान में विधायक पर पार्टी से उलट गतिविधियों में शामिल होने समेत कई गंभीर आरोप लगाए गए हैंं। बसपा सूत्रों के मुताबिक बीजेपी के साथ में संपर्क होने की वजह से अमरपाल शर्मा पर बड़ी कारवाई की गई है।
विधायक अमरपाल शर्मा को बसपा से बाहर निकाले जाने के पीछे तर्क दिया गया है कि वो कार्यकर्ताओं और क्षेत्र के लोगों के साथ में तालमेल नहीं रखते। इससे क्षेत्र के लोगों में काफी गुस्सा है। आलम यहां तक है कि वो टिकट तो बहुत दूर की बात है बल्‍कि पार्टी में नहीं रखना चाहते।
इशारों ही इशारों में बसपा आलाकमान ने निष्कासन लेटर में साफ किया कि अमरपाल शर्मा संगठन की बैठकों में हिस्सा नहीं लेते। कैंडर और कार्यकर्ता सम्मेलन में सिर्फ केवल पदाधिकारी सहयोग करते हैंं। अमरपाल अपने निजी कार्य से दिल्ली में व्यस्त रहते हैंं।
सूत्रों का मानना है कि विधायक अमरपाल शर्मा बसपा को ऐन मौके पर झटका दे सकते हैं। भाजपा साहिबाबाद विधानसभा सीट पर अमरपाल शर्मा को मौका देकर दोबारा से चुनाव जीत सकती है। गृहमंत्री राजनाथ सिंह के बेटे को नोएडा से टिकट दिया जा सकता है।
बसपा जिलाध्यक्ष प्रेमचंद भारती का कहना है कि विधानसभा क्षेत्र- 55 साहिबाबाद से प्रत्याशी अमरपाल शर्मा अनुशासनहीनता बरत रहे थे। पार्टी विरोधी गतिविधियों में वो लगे हुए थे। इसकी वजह से ये कारवाई की गई है। जल्द ही इस सीट पर दूसरा प्रत्याशी घोषित किया जाएगा।
विधायक अमरपाल शर्मा का कहना है कि उन्हे निष्कासन की जानकारी नहीं थी। पार्टी जिलाध्यक्ष प्रेमचंद भारती बीजेपी में शामिल होने की बात गलत कह रहे हैंं। भाजपा में शामिल होने से बेहतर वो राजनीति को छोड़कर कहीं दूर जाना पसंंद करेंंगे। बसपा आलाकमान से इसके बारे में अभी बातचीत की जा रही है।