नई दिल्ली बीएसई पर सूचीबद्ध सभी कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 5.63 लाख करोड़ रुपये घटकर 469.23 लाख करोड़ रुपये रह गया। इस सप्ताह की शुरुआत में ईरान की ओर से इस्राइल पर बैलिस्टिक मिसाइल दागे जाने के बाद पश्चिम एशिया में तनाव बढ़ गया है। इस कारण बाजार में बिकवाली दिख रही है।
: बीएसई पर सूचीबद्ध सभी कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 5.63 लाख करोड़ रुपये घटकर 469.23 लाख करोड़ रुपये रह गया। इस सप्ताह की शुरुआत में ईरान की ओर से इस्राइल पर बैलिस्टिक मिसाइल दागे जाने के बाद पश्चिम एशिया में तनाव बढ़ गया है। इस कारण बाजार में बिकवाली दिख रही है।
पश्चिम एशिया में तनाव से कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी की आशंका
इससे पहले बीएसई पर सूचीबद्ध सभी कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 5.63 लाख करोड़ रुपये घटकर 469.23 लाख करोड़ रुपये रह गया था। इस सप्ताह की शुरुआत में ईरान की ओर से इस्राइल पर बैलिस्टिक मिसाइल दागे जाने के बाद पश्चिम एशिया में तनाव बढ़ने की आशंका बढ़ गई है। अगर यह संघर्ष तेज हुआ तो इस क्षेत्र से तेल की आपूर्ति बाधित हो सकती है। गुरुवार को कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी दिखी। तेल की कीमतों में बढ़ोतरी भारत जैसे कमोडिटी के आयातक देशों के लिए नकारात्मक है, क्योंकि देश के आयात बिल में कच्चे तेल का महत्वपूर्ण योगदान होता है।
सेंसेक्स के शेयरों की बात करें तो रिलायंस इंडस्ट्रीज, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, एमएंडएम, एलएंडटी और भारती एयरटेल के शेयर इंडेक्स के फिसलने के लिए सबसे अधिक जिम्मेदार रहे। वहीं, जेएसडब्ल्यू स्टील और टाटा स्टील ही ऐसे शेयर थे जो बढ़त के साथ खुले। मध्य पूर्व में बढ़ते संघर्ष को लेकर चिंताओं के कारण निफ्टी ऑयल एंड गैस इंडेक्स में शुरुआती कारोबार में 1.2% से अधिक की गिरावट आई। इंडेक्स में हिंदुस्तान पेट्रोलियम, आईओसी और जीएसपीएल सबसे अधिक पिछड़े रहे। इस बीच, इंडिया VIX 8.9% उछलकर 13.06 पर पहुंच गया।