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बिहार भीषण बाढ़ की चपेट में, अपने ही सांसद और विधायक की नहीं सुन रहे हैं अधिकारी

बिहार भीषण बाढ़ की चपेट में हैं। उत्तर बिहार के 16 जिलें बाढ़ की चपेट में हैं। हालांकि, राहत और बचाव कार्य भी जोरों से चल रहा है। इन सबके बीच एक वायरल वीडियो को लेकर सियासत तेज हो गई है। दरअसल वायरल वीडियो में जेडीयू सांसद सुनील कुमार दिखाई दे रहे हैं। वह बाढ़ पीड़ितों के बीच मौजूद हैं औऱ अधिकारियों को फोन कर रहे हैं। दावा किया जा रहा कि पहले तो अधिकारी उनका फोन तक नहीं उठाते और जब फोन उठाई भी तो उनकी बातों पर गौर ही नहीं किया। इसे लेकर जेडीयू सांसद फोन पर नाराजगी जताते हुए दिख रहे हैं।

सोशल मीडिया पर लिखा जा रहा कि सुनील कुमार सुबह से फोन किये जा रहे थे, पर छोटा सरकारी बाबू भी फोन नहीं उठा रहा था। मुश्किल से फोन उठा, तो सरकार की बदनामी का स्मरण करा रहे, आइए, हम इंतजार कर रहे, बता रहे हैं। सुनील कुमार अधिकारी को फटकारते हुए भी दिखाई दे रहे हैं। हालांकि, इसको लेकर तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार और उनकी सरकार पर वार किया है। तेजस्वी ने एक्स पर लिखा कि ये वाल्मीकिनगर से जदयू के सांसद है। नौकरशाही से त्रस्त बेचारे सांसद महोदय की बेबसी और बेचारगी देखिए। डीएम-एसपी को तो छोड़िये सुबह से फोन किए जा रहे है लेकिन छोटा बाबू भी फोन नहीं उठा रहा।

राजद नेता ने आगे लिखा कि नेताओं को सरकार की बदनामी का डर रहता है लेकिन DK-NK मॉडल पर चल रहे बिहार के अधिकारियों को किसी का डर नहीं है? CM को तो होश ही नहीं है। CM अपने ही दल के नेताओं के फीडबैक पर काम नहीं करते विपक्ष की तो छोड़ ही दीजिए। बिहार के कई जिलों में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी रही तथा ज्यादातर स्थानों पर नदियों का जलस्तर अब भी खतरे के निशान से ऊपर है। इससे पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना के गांधी घाट पर गंगा के जलस्तर का निरीक्षण किया, जहां पानी खतरे के निशान से नीचे आ गया है।

कुमार के निरीक्षण के दौरान बिहार विधानसभा के अध्यक्ष नंद किशोर यादव, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा, जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी और वरिष्ठ अधिकारी गांधी घाट पर मौजूद थे। कुछ दिनों पहले तक गांधी घाट पर गंगा नदी में जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर था। गंगा नदी के किनारे बसे बिहार के 12 जिलों–बक्सर, भोजपुर, सारण, वैशाली, पटना, समस्तीपुर, बेगूसराय, लखीसराय, मुंगेर, खगड़िया, भागलपुर और कटिहार में इस साल आयी बाढ़ से करीब 25 लाख की आबादी प्रभावित हुई तथा पांच लोगों की जान गई है। राज्य जल संसाधन विभाग (डब्ल्यूआरडी) द्वारा बृहस्पतिवार को जारी नवीनतम बुलेटिन के अनुसार, आज कोसी, गंडक, बागमती, महानंदा और गंगा सहित राज्य की अधिकांश नदियों का जलस्तर विभिन्न स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर है।