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घरेलू शेयर बाजार में हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन भी उतार.चढ़ाव का खेल जारी रहा, सेंसेक्स.निफ्टी फिसले

नई दिल्ली शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में बिकवाली के बाद बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी थोड़े समय के लिए संभले, लेकिन अपनी बढ़त को बरकरार नहीं रख पाए। दोपहर 2 बजकर 34 मिनट पर सेंसेक्स 731.89 (0.89%) अंकों की गिरावट के साथ 81,765.21 के स्तर पर कारोबार करता दिखा। दूसरी ओर, निफ्टी 223.95 (0.89%) अंक फिसलकर 25,026.15 पर पहुंच गया।

घरेलू शेयर बाजार में हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन भी उतार-चढ़ाव का खेल जारी रहा। शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में बिकवाली के बाद बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी थोड़े समय के लिए संभले, लेकिन अपनी बढ़त बरकरार नहीं रख पाए। दोपहर 2 बजकर 34 मिनट पर सेंसेक्स 731.89 (0.89%) अंकों की गिरावट के साथ 81,765.21 के स्तर पर कारोबार करता दिखा। दूसरी ओर, निफ्टी 223.95 (0.89%) अंक फिसलकर 25,026.15 पर पहुंच गया।

इससे पहले, शुक्रवार को ब्लू-चिप इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी 50 लगातार पांचवें सत्र में कमजोर वैश्विक संकेतों के चलते गिरावट के साथ खुले। इस दौरान रिलायंस इंडस्ट्रीज, बैंकिंग और वित्तीय शेयरों में सबसे ज्यादा गिरावट दिखी। सुबह 9:32 बजे तक बीएसई सेंसेक्स 410 अंक या 0.5% की गिरावट के साथ 82,086 पर, जबकि निफ्टी 50140 अंक या 0.56% की गिरावट के साथ 25,094 पर कारोबार करता दिखा।
सेंसेक्स के शेयरों में रिलायंस इंडस्ट्रीज, आईसीआईसीआई बैंक, बजाज फाइनेंस, एचडीएफसी बैंक, एलएंडटी और एशियन पेंट्स इंडेक्स को नीचे लाने में सबसे ज्यादा जिम्मेदार रहे। दूसरी ओर, टीसीएस, एचसीएल टेक, इंडसइंड बैंक, टाटा मोटर्स और टेक महिंद्रा ने बढ़त के साथ शुरुआत की।

पश्चिम एशिया में तनाव बढ़ने की आशंका से वैश्विक स्तर पर निवेशक सावधानी बरतते दिखे। घरेलू इक्विटी शेयरों में विदेशी निवेशकों की बिकवाली लगातार जारी है। इस हफ्ते की शुरुतात में ईरान ने इस्राइल पर बैलेस्टिक मिसाइल से हमला किया था जिससे दोनों देशों के बीच तनाव नए स्तर पर जाने की आशंका बढ़ गई है। इसे देखते हुए वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी का खतरा पैदा हो गया है। माना जा रहा है कि इस आशंका की स्थिति में निवेशक नई खरीदारी से बच रहे हैं, और जिन्होंने निवेश कर रखा है वे बिकवाली कर रहे हैं।

पश्चिम एशिया में तनाव बढ़ने की आशंका से वैश्विक स्तर पर निवेशक सावधानी बरतते दिखे। घरेलू इक्विटी शेयरों में विदेशी निवेशकों की बिकवाली लगातार जारी है। इस हफ्ते की शुरुतात में ईरान ने इस्राइल पर बैलेस्टिक मिसाइल से हमला किया था जिससे दोनों देशों के बीच तनाव नए स्तर पर जाने की आशंका बढ़ गई है। इसे देखते हुए वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी का खतरा पैदा हो गया है।कच्चे तेल की कीमतों में एक वर्ष से अधिक समय में सबसे तेज साप्ताहिक बढ़त के बाद एशियाई शेयर बाजारों में गिरावट दिखी।

सेक्टरवार देखें तो, निफ्टी रियल्टी शुरुआती कारोबार में 3.5% तक टूट गया। फोनिक्स मिल्स, लोढ़ा, प्रेस्टीज और डीएलएफ के शेयर इस दौरान कमजोर पड़े। निफ्टी ऑटो, मीडिया, मेटल, पीएसयू बैंक, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स और ऑयल एंड गैस सेक्टर भी एक से दो प्रतिशत की गिरावट के साथ खुले। एक शेयरों में डीमार्ट के शेयरों में शुरुआती कारोबार के दौरान 4.4% की गिरावट आई। यह गिरावट ब्रोकरेज फर्म्स की ओर से वित्तीय वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही के लिए सुपरमार्केट चेन के परिणामों पर मिली-जुली प्रतिक्रिया देने के बाद आई है।