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राममंदिर पर भी भीषण गर्मी का प्रकोप, श्रद्धालुओं की संख्या में भारी गिरावट

लखनऊ। भीषण गर्मी का असर अयोध्या के धार्मिक पर्यटन पर भी दिख रहा है। रामलला के दर्शनार्थियों के आंकड़े इसकी गवाही दे रहे हैं। 30 मई को जिले में अधिकतम तापमान 43 डिग्री सेल्सियस रहा, जबकि 31 मई शुक्रवार को तापमान 42 डिग्री है। इसके चलते श्रद्धालु भी कम आ रहे हैं। इन दिनों जहां डेढ़ लाख श्रद्धालु रोजाना रामलला के दर्शन कर रहे थे। वहीं पिछले दो दिनों में रामलला के दरबार में महज 1.15 लाख श्रद्धालुओं ने हाजिरी लगाई है। इसमें से बड़ी संख्या उन श्रद्धालुओं की है जो सुबह 09-10 बजे तक दर्शन कर लेते हैं। इसके बाद मंदिरो में दिन भर करीब सन्नाटा-सन्नाटा पसरा रहता है। जो सूर्यास्त के बाद थोड़ी रौनक में तब्दील होता है।

श्रद्धालुओं की संख्या कम होने के पीछे भीषण गर्मी है। 30 मई को रामजन्मभूमि पथ के सामने से गुजरने वाले रामपथ पर सन्नाटे जैसी स्थिति रही। यही हाल 31 मई को भी है। बिड़ला धर्मशाला के पास जहां तिल रखने की जगह नहीं होती थी, वहां सुबह 11:30 बजे सन्नाटा छा जाता है। बताया जा रहा है कि भीषण गर्मी के चलते रोजाना दर्जनों श्रद्धालु रामजन्मभूमि पथ व हनुमानगढ़ी जाने वाले भक्तिपथ पर चक्कर खाकर गिर रहे हैं।

30 मई की दोपहर करीब 2:15 बजे एक महिला श्रद्धालु रामजन्मभूमि पथ पर गश खाकर गिर गईं। उन्हें इलाज के लिए श्रीराम अस्पताल पहुंचाया गया। 29 मई को रामलला के दरबार में महज 65,282 श्रद्धालुओं ने हाजिरी लगाई थी तो 30 मई को यह संख्या घटकर 50,115 पहुंच गई। हालांकि ट्रस्ट की ओर से श्रद्धालुओं के लिए पेयजल व छाया के बेहतर इंतजाम किए गए हैं। दर्शन मार्ग पर कूलर व पंखे भी लगाए गए हैं। श्रद्धालुओं को ओआरएस का पैकेट भी बांटा जा रहा है। लेकिन गर्मी के कारण यह सभी उपाय नाकाफी साबित हो रहे हैं। मंदिर ट्रस्ट से जुड़े लोगों का कहना है यह स्थिति आगे दो-चार दिन और भी रह सकती है। वैसे यही हालत मथुरा और काशी में भी बने हुए हैं।