Breaking News

उत्तर प्रदेश में बदलाव होना निश्चित है: सचिन पायलट

उत्तर प्रदेश में चल रहे विधानसभा चुनाव में सभी राजनीतिक दलों के अपने-अपने दावे हैं। पिछले कई वर्षों से उत्तर प्रदेश में सरकार से दूर कांग्रेस ने भी राज्य में पूरी ताकत झोंक रखी है। सबसे खास बात यह है कि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की महासचिव और गांधी परिवार की सदस्य प्रियंका गांधी ने खुद कमान अपने हाथों में ले रखा है। राजनीतिक विश्लेषकों का भी दावा है कि भले ही कांग्रेस का प्रदर्शन बहुत अच्छा ना रहे लेकिन इतना तो तय है कि उसके वोट प्रतिशत में इजाफा जरूर होगा। इन सबके बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने दावा किया है कि उत्तर प्रदेश में बदलाव होना निश्चित है। सचिन पायलट ने कहा कि महंगाई बेरोजगारी और भ्रष्टाचार उत्तर प्रदेश में बढ़े हैं जिसकी वजह से यहां की जनता बेहाल है। उन्होंने कहा कि 32 सालों से जनता ने लगभग सभी पार्टियों को देखा है और अब कांग्रेस को मौका देना चाहते हैं।

सचिन पायलट ने कहा कि कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में महिलाओं, किसानों और युवाओं पर ध्यान केंद्रित किया है। जब 10 मार्च को परिणाम आयेंगे तो मुझे लगता है कि कांग्रेस की स्थिति बहुत बेहतर रहेगी और जनता उसे मौका जरूर देगी। सचिन पायलट ने पंजाब को लेकर भी अपनी बात रखी। उन्होंने राज्य में फिर से पार्टी की सरकार बनाने की उम्मीद जताते हुए कहा कि राज्य में विपक्ष बिखरा हुआ है और इनमें से कोई दल या गठबंधन बहुमत हासिल करने की स्थिति में नहीं है तथा ऐसे में लोग अपना वोट बर्बाद नहीं करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि संवदेनशील सीमावर्ती राज्य पंजाब में शासन करने के लिए कांग्रेस सबसे योग्य है और आम आदमी पार्टी में यह करने की क्षमता का अभाव है।

पंजाब और उत्तर प्रदेश के अलावा गोवा मणिपुर और उत्तराखंड में भी कांग्रेस को काफी उम्मीदें हैं। पायलट ने अपने बयान में कहा कि उत्तर प्रदेश में भाजपा की जमीन खिसक रही है जबकि बाकी राज्यों में कांग्रेस का प्रदर्शन बेहतर हो रहा है। उन्होंने दावा किया कि उत्तराखंड के लोग धामी सरकार की विदाई का मन बना चुके हैं जबकि गोवा में मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के ही बीच में है। तृणमूल कांग्रेस और आम आदमी पार्टी कहीं भी दूर दूर तक भी प्रतिस्पर्धा में नहीं हैं। पंजाब को लेकर पायलट ने कहा कि पहली बार पार्टी की ओर से मतदाताओं के सामने स्पष्ट राय रखी गई है। इससे कार्यकर्ताओं के बीच भी साफ, अच्छा और प्रखर संदेश गया है।