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मौसी ने किया 1.50 लाख में सौदा

मुंबई । मासूम सी दिखने वाली उस गुड़िया को क्या मालूम था कि जिस मां समान मौसी पर भरोसा कर वह मुंबई घूमने के लिए आई थी, वही एक दिन उसके जिस्म का सौदा कर डालेगी। मौसी ने मोलभाव के बाद 1.50 लाख रुपये में गुड़िया को बेच दिया। रिश्तों को शर्मसार करने वाली यह हृदयविदारक घटना गोरेगांव पुलिस के तहत राम मंदिर की है, जहां बुधवार रात समाज सेवा शाखा (SS ब्रांच) ने छापेमारी कर गुड़िया को हवस का शिकार होने से बचा लिया। इस मामले में पुलिस ने दो महिलाओं को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ पीटा-4/5, पॉक्सो ऐक्ट, आईपीसी-370 और 372 सहित कई अन्य धााराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है।

SS ब्रांच के मुताबिक, राम मंदिर स्थित साईदीप सोसायटी के एक कमरे में जिस्मफरोशी की खबर मिली थी। इसके बाद SS ब्रांच के डीसीपी प्रवीण कुमार पाटील के मार्गदर्शन में एसीपी रूपवते और सीनियर पीआई रेपाले, पीआई कदम, पीआई मयेकर और महिला पीआई मोरे की टीम को मौके पर भेजा गया। बुधवार रात करीब साढ़े आठ बजे SS ब्रांच ने दो फर्जी ग्राहक बनाकर भेजे और एक आरोपी महिला से बात की। महिला ने बच्ची को 1 लाख 80 हजार रुपये में बेचने की बात कही। मोलभाव के बाद आरोपी महिला ने बच्ची का सौदा 1 लाख 50 हजार रुपये में कर दिया। सौदा तय हो जाने के बाद आरोपी महिला, जो उस फ्लैट की मालकिन है, ने पीड़िता की मौसी को बुलाकर लड़की दिखाने को कहा। मौसी ने जैसे ही लड़की दिखाई, पास ही मौजूद SS ब्रांच की टीम ने दबिश दे दी और पीड़िता को रिहा कराने के बाद दोनों दलाल महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया। पीड़िता ने बताया कि आरोपी महिला उसकी मौसी है और वह वेस्ट बंगाल की रहने वाली है। वह यहां घूमने के लिए मौसी के कहने पर आई थी।

मालाबार हिल पुलिस स्टेशन द्वारा बुधवार की रात दो नाबालिग लड़कियों को रिहा कराया गया। दोनों की उम्र 15 साल बताई जा रही है। पुलिस के मुताबिक, दोनों लड़कियों को भोपाल से मुंबई जिस्मफरोशी के लिए लाया गया था। इस आरोप में मुस्तफा खान (20) और राजू को गिरफ्तार किया गया है। दोनों लड़कियों को लेकर जा रहे थे, कि नाकाबंदी में पकड़े गए। पीएसआई नरेंद्र पाटील और अन्य पुलिसकर्मियों की नजर उन चारों पर पड़ी, जो संदिग्ध दिखाई दे रहे थे। पुलिस ने जब उनसे पूछताछ की तो पता चला कि उनका अपहरण किया गया था। पुलिस ने भोपाल पुलिस को सूचित कर उन्हें और पीड़िता को हैंडओवर कर दिया।