मंदसौर, मध्यप्रदेश। देशभर में चल रहे किसानों के आंदोलन के बीच कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी आज मध्यप्रदेश के मंदसौर पहुंचे हैं. पिछले साल मंदसौर में प्रदर्शन के दौरान पुलिस फायरिंग में 6 लोगों को मौत हो गई थी. आज इसी की बरसी है. राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले राहुल की ये रैली राजनीतिक रूप से भी अहम बताई जा रही है. राहुल की रैली से पहले ही कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि लोगों को वहां पर आने से रोका जा रहा है.
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01.11 PM: राहुल गांधी मंदसौर पहुंचे, थोड़ी देर में रैली
मंदसौर से करीब 20 किमी. दूर खोखर के एक कॉलेज में राहुल इस रैली को संबोधित कर रहे हैं. रैली और मंदसौर घटना की पहली बरसी को लेकर सुरक्षा काफी बढ़ा दी गई है. कांग्रेस ने इसका नाम ‘किसान समृद्धि संकल्प रैली’ रखा है. बता दें, अभी एक जून से किसानों का 10 दिन का आंदोलन चल रहा है. आज आंदोलन का छठा दिन है.
राहुल के साथ इस रैली में मध्यप्रदेश कांग्रेस के कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, ज्योतिरादित्य सिंधिया समेत कई बड़े नेता रह सकते हैं. बताया जा रहा है कि गुजरात के पाटीदार नेता हार्दिक पटेल भी रैली में मंच साझा कर सकते हैं.
राहुल के पहुंचने से पहले मिली धमकी
मंदसौर में राहुल गांधी के पहुंचने से पहले प्रशासन पिछले साल किसान आंदोलन में मारे गए परिवार वालों को राहुल गांधी से मिलने के रोकने के प्रयास तेज कर दिए हैं. गोली कांड में मारे गए अभिषेक के माता-पिता ने आरोप लगाया है कि प्रशासन उन्हें धमकी दे रहा है कि राहुल गांधी से नहीं मिले.
अभिषेक की मौत के बाद सरकार ने उसके भाई संदीप पाटीदार को नागपुर में चतुर्थ वर्ग की नौकरी दी है. उसे फोन पर बारे के एडीएम आर. के. वर्मा ने धमकी दी है तुम सरकारी नौकरी में हो और अगर तुम्हारे माता-पिता राहुल गांधी से मिलने गए तो तुम्हारी नौकरी भी जा सकती है.
इससे पहले अभिषेक के चाचा मधुसूदन पाटीदार से मंदसौर प्रशासन ने भी भरवाने की कोशिश की थी. एडीएम आपके वर्मा ने फोन पर सफाई दी कि वो तो बस जानकारी ले रहे थे कि परिवार से कौन-कौन राहुल गांधी से मिलने जा रहा है.
दरअसल, पिछले साल भी किसानों ने एक जून से 10 जून तक आंदोलन किया था और इसका मुख्य केन्द्र मंदसौर रहा था. 6 जून को मंदसौर की पिपलिया मंडी में पुलिस फायरिंग में 6 किसानों की मौत हुई थी, जिसके बाद समूचे राज्य में हिंसा, लूट, आगजनी एवं तोड़फोड़ हुई थी. राहुल गांधी इसी गोलीकांड की बरसी पर किसानों को कांग्रेस से जोड़ने का प्रयास करेंगे.