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नियमित टीकाकरण के लिए चले विशेष अभियान:डीएम

देवरिया। जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन ने वर्चुअल माध्यम से नियमित टीकाकरण कार्यक्रम की गहन समीक्षा की एवं कार्यक्रम के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए स्वास्थ विभाग के अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि नियमित टीकाकरण कार्यक्रम प्राथमिकता के आधार पर किया जाए। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही होने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
जिलाधिकारी ने बताया कि नियमित टीकाकरण कार्यक्रम के माध्यम से टीबी, हेपेटाइटिस-बी, पोलियो, डिप्थीरिया, काली खांसी, टिटनेस, हिमोफिलस इनफ्लुएंजा, रोटा वायरस जनित बीमारियों, खसरा, रूबेला, जापानी इंसेफलाइटिस, न्यूमोकोकल जैसी 12 बीमारियों की रोकथाम के लिए 0-2 वर्ष के बच्चों को टीका लगाया जाता है। कोविड-19 की वजह से बड़ी संख्या में नवजात शिशु नियमित टीकाकरण की सुरक्षा घेरे से वंचित हैं। उन्होंने कहा कि जनपद में नियमित टीकाकरण कार्यक्रम के सभी ड्रॉपआउट बच्चों की ड्यू लिस्ट तैयार करने के साथ उनकी रिपोर्टिंग और ट्रैकिंग नियमित रूप से की जाए। माइक्रो प्लान तैयार कर प्रत्येक सप्ताह के बुधवार और शनिवार को नियमित टीकाकरण के लिए विशेष सत्र का आयोजन किया जाये।
जिलाधिकारी ने आशा और आंगनबाड़ी कार्यकत्री की क्षमता निर्माण पर विशेष जोर दिया तथा आईसीडीएस सुपरवाइजर के साथ समन्वय स्थापित करने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि टीकाकरण कार्यक्रम में आशा को 750 एवं 1500 रुपये इंसेंटिव देने का प्रावधान है, जिसका भुगतान समय से सुनिश्चित किया जाए।
जिलाधिकारी ने कहा कि नियमित टीकाकरण कार्यक्रम में ग्राम प्रधानों का सहयोग भी लिया जाए। उन्होंने बताया कि जनपद में कोविड टीकाकरण की शतप्रतिशत प्रथम डोज लगाने की उपलब्धि प्राप्त करने ग्राम प्रधानों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आलोक कुमार पांडेय, एसीएमओ डॉ सुरेंद्र सिंह, महेन, भाटपाररानी, बनकटा, भागलपुर, बैतालपुर, लार, पथरदेवा, रामपुर कारखाना तथा तरकुलवा के एमओआईसी एवं सुपरवाइजर मौजूद थे।