मुंबई। जैसे-जैसे मुंबई, ठाणे और नासिक महानगरपालिकाओं के चुनाव नजदीक आते जा रहे हैं, शिवसेना और बीजेपी के बीच रिश्तों का दायरा सिकुड़ता जा रहा है। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा है कि उनकी पार्टी ने लोकसभा चुनाव में बीजेपी को मदद की। अब वही बीजेपी शिवसेना को खत्म करना चाहती है। विधानसभा चुनाव में देश भर की बीजेपी की सत्ता शिवसेना को खत्म करने के लिए महाराष्ट्र में इकट्ठा हुई थी। बीजेपी से यह उम्मीद नहीं थी।
उद्धव ठाकरे ने यह बात 2014 के विधानसभा चुनाव में शिवसेना के पराजित उम्मीदवारों के साथ एक बैठक में कही। यह बैठक शनिवार को शिवसेना भवन में हुई। जिसमें शिवसेना के नेता, मंत्री और जिला प्रमुख उपस्थित थे। सूत्रों के मुताबिक, उद्धव ने इस बैठक में सभी से अपने-अपने चुनाव क्षेत्र में काम में जुटने को कहा। लोगों से कामों को तेजी से करने के भी निर्देश दिए गए। उद्धव ने कहा कि शिवसेना भले ही सत्ता में शामिल है लेकिन जनता के कामों के लिए सड़क पर उतर कर आंदोलन करो। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों को सड़क पर उतरना ही चाहिए।
बीजेपी में भी अलग सुर: उधर नासिक में चल रही बीजेपी की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में भी बीजेपी नेताओं के शिवसेना विरोधी सुर सुनाई दिए हैं। सत्ता में शामिल शिवसेना की अखंड महाराष्ट्र की भूमिका के अलग बीजेपी ने छोटे राज्यों के निर्माण की अपनी भूमिका को दोहराया है। जब बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष राव साहेब दानवे से मुंबई महानगरपालिका के आगामी चुनावों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि बीजेपी ने मुंबई मनपा चुनावों की तैयारी शुरू कर दी है, लेकिन जब उनसे पूछा गया कि क्या शिवसेना-बीजेपी मिल कर चुनाव लड़ेगी, तो उन्होंने सीधा जवाब देने के बजाय कहा कि इस बारे में फैसला लेने का अधिकार स्थानीय नेताओं को दिया गया है।
उधर नासिक का पानी मराठवाडा को देने का विरोध करने के लिए शिवसेना का नाम लिए बिना मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि कोई कितना भी विरोध कर ले सरकार तो अपना काम करेगी।