
ऐसे हुआ हादसा…..
इंदौर निवासी भगवती प्रसाद शर्मा (45), उनकी पत्नी सुनीता (42), दो बेटियां आंचल (23) और पलक (20) सहित पांच लोग (फिलहाल अज्ञात) रेनॉल्ट कार से बर्धा (महाराष्ट्र) जा रहे थे। आंचल ने वर्धा मेडिकल कॉलेज में टॉप किया था। उसे एक अप्रैल को गोल्ड मैडल मिलना था। इसी सिलसिले में यह फैमिली सुबह करीब 5 बजे इंदौर से वर्धा के लिए रवाना हुई थी।
पांढुर्ना में बायपास पर उनकी कार सामने से गुजर रहे ट्रक के दोनों पहियों के बीच जा घुसी। इससे ट्रक का डीजल टैंक फट गया। टक्कर इतनी तेज़ थी कि दोनों गाड़ियों में आग लग गई। कार के अंदर बैठे लोगों को निकलने का मौका ही नहीं मिला और उनकी मौत हो गई।
पांढुर्ना में बायपास पर उनकी कार सामने से गुजर रहे ट्रक के दोनों पहियों के बीच जा घुसी। इससे ट्रक का डीजल टैंक फट गया। टक्कर इतनी तेज़ थी कि दोनों गाड़ियों में आग लग गई। कार के अंदर बैठे लोगों को निकलने का मौका ही नहीं मिला और उनकी मौत हो गई।
खतरनाक बायपास पर अक्सर होते हैं एक्सीडेंट
यह एक खतरनाक बायपास माना जाता है। यहां अक्सर एक्सीडेंट होते रहते हैं। हादसे की सूचना पांढुर्ना पुलिस ने सबसे पहले भगवती प्रसाद के साले अजय और अरविंद को दी। अजय-अरविंद के मुताबिक, भगवती प्रसाद पंडिताई करते थे। उनके एक भाई दिल्ली में डाक्टर हैं, जबकि दो भाई इंदौर में दूध का कारोबार करते हैं। उनकी छोटी बेटी पलक मुंबई से जर्नलिज्म का कोर्स कर रही थी। एक्सीडेंट पांढुर्ना तहसील में घनपेठ बायपास पर हुआ।