मुंबई। एनसीपी नेता और पूर्व मंत्री छगन भुजबल और उनके भतीजे समीर भुजबल को मुंबई की सेशन कोर्ट ने 13 अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। छगन भुजबल ने अदालत से अपनी खराब सेहत का हवाला देते हुए उनकी दवाइयां, सोने के लिए बेड, घर का खाना और जेल में उनके वकील से मिलने की इजाजत के लिए अर्जी पेश की है। अदालत ने इन सभी अर्जियों पर सुनवाई के लिए 4 अप्रैल की तारीख तय की है।
दोनों इस समय भायखला जेल में बंद हैं। उनकी न्यायिक हिरासत गुरुवार को समाप्त हो रही थी। सुरक्षा के मुद्दे को ध्यान में रखते हुए छगन भुजबल और समीर भुजबल को मुंबई की आर्थर रोड जेल से विडियो कॉन्फ्रेंसिंग द्वारा कोर्ट में पेश किया गया।
छगन भुजबल और समीर भुजबल के खिलाफ ऐंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने भी चार्जशीट दायर की है। एसीबी भुजबल परिवार द्वारा किए गए करप्शन की जांच कर रही है। वहीं, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने छगन भुजबल के बेटे पंकज भुजबल से भी दो बार पूछताछ की है।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अपनी जांच में कहा है कि वह भुजबल परिवार द्वारा 872 करोड़ रुपये की कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच कर रही है। भुजबल के वकील अमित देसाई ने अदालत को बताया कि उनकी जमानत अर्जी पर 7 अप्रैल को सुनवाई है।