मुंबई। बीजेपी सांसद गोपाल शेट्टी ने शनिवार को ‘आत्महत्या को फैशन कहने’ के कथित बयान को झूठा करार देते हुए उसका विडियो जारी किया है।
वे ‘महाराष्ट्र की जलशिवार योजना’ के फायदों की चर्चा करते कहते हैं कि अंतत: इसका फायदा किसानों को होगा और इससे आत्महत्याएं भी रुकेंगी। आगे वे पत्रकार के एक जवाब में कहते हैं कि सरकार की इन सारी योजनाओं से राज्य के किसान ही लाभान्वित होंगे और जब फायदा पहुंचेगा, तो अगले कुछ सालों में आत्महत्याएं धीरे-धीरे अपने आप समाप्त हो जाएंगी।
इसके बाद वे कहते सुनाई देते हैं कि ‘किसानों की सारी आत्महत्याएं बेरोजगारी और भुखमरी के कारण ही होती हैं, ऐसा नहीं है। (क्योंकि) इन दिनों एक ट्रेंड चल निकला है कि अगर महाराष्ट्र सरकार आत्महत्या करने वाले किसानों को पांच लाख रुपये दे रही है, तो पड़ोस की सरकार सात लाख रुपये देगी। तो कोई अन्य सरकार 8 लाख रुपये दे रही है। इस तरह कॉम्पिटिशन चल रहा है सरकारों में मुआवजा देने का।’ इस सारे इंटरव्यू में वे कहीं भी किसानों की आत्महत्या को फैशन नहीं कहते सुनाई देते।
इसके पश्चात वे मेक इन इंडिया से संबंधित प्रश्न का उत्तर देने में मशगूल हो जाते हैं और न ही तब किसी ने उनसे इस संबन्ध में कुछ पूछा। उन्होंने विवाद पैदा करने वालों से स्वत: पूछा कि क्या वे इस तरह ‘आत्महत्या को फैशन’ करार देकर उनकी भावनाओं के साथ नहीं खेल रहे?