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माल्या पर शिकंजा: नरेंद्र मोदी ने भगोड़ों पर ब्रिटिश पीएम टरीजा मे से मांगा सहयोग

हैम्बर्ग। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जी-20 समिट के दौरान ब्रिटिश पीएम टरीजा मे से बात कर भारत के भगोड़े आर्थिक अपराधियों के खिलाफ मदद का आग्रह किया है। बताया जा रहा है कि इस दौरान मोदी ने टरीजा के सामने भगोड़े विजय माल्या को भारत वापस लाने में सहयोग देने के लिए बात कही है। ऐसे में पीएम मोदी और टरीजा के बीच हुई बातचीत को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

Germany: Prime Minister Modi met his British counterpart Theresa May in Hamburg, on the sidelines of the pic.twitter.com/kqby0cdAby

In his meeting with British PM Theresa May in Hamburg, PM Modi asked for UK’s cooperation for return of escaped Indian economic offenders.

 बता दें कि इससे पहले गुरुवार को माल्या के केस में हुई सुनवाई के के दौरान उनके वकीलों ने ब्रिटिश कोर्ट में भारतीय जेलों की बुरी स्थिति की बात कही थी। ऐसे में माना जा रहा है कि भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या को इस बात का अहसास हो गया है कि उनके भारत प्रत्यर्पण से संबंधित चल रहे मुकदमें में फैसला उनके खिलाफ आएगा और उन्हें भारत वापस आना होगा।
इधर, भारत सरकार को भी लग रहा है कि माल्या जेलों की अच्छी स्थिति नहीं होने का मुद्दा आगे भी जोर-शोर से उठा सकते हैं। ऐसे में केंद्रीय गृह मंत्रालय के सचिव राजीव महर्षि ने 23 जून को महाराष्ट्र के मुख्य सचिव सुमित म्युलिक को पत्र लिखकर राज्य में जेलों की स्थिति को लेकर कुछ पूछताछ की। दरअसल, संभावना यह है कि भारत वापसी पर माल्या को मुंबई के ऑर्थर रोड जेल में रखा जाएगा।

इधर, केंद्रीय गृह सचिव का पत्र मिलते ही म्युलिक ने इसे अतिरिक्त मुख्य सचिव एस. के. श्रीवास्तव के पास भेज दिया। सरकारी सूत्रों के मुताबिक, श्रीवास्तव ने कहा है कि पत्र में उठाए गए सवालों के जवाब जल्द-से-जल्द दिए जाएं। पत्र फिलहाल प्रमुख सचिव श्री कांत सिंह और अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक बी के उपाध्याय के पास पहुंच चुका है।

गौरतलब है कि माल्या की किंगफिशर एयरलाइंस को लोने देनेवाले देश के 17 बैंकों ने जब उन्हें देश से बाहर जाने से रोकने की अपील के साथ सुप्रीम कोर्ट का रुख किया तो माल्या मार्च 2016 में इंग्लैंड भाग गए। इन बैंकों का माल्या पर 9,000 करोड़ रुपये बकाया है। उन्हें प्रत्यर्पण केस में 18 अप्रैल 2017 को लंदन में गिरफ्तार कर लिया गया।