
दिसंबर में थोक महंगाई दर -0.73 फीसदी और रिटेल महंगाई दर 5.51 फीसदी रही। आरबीआई का यह छठा बायमंथली मोनेटरी पॉलिसी रिव्यू है।
अब बजट पर नजर …
– रिजर्व बैंक द्वारा ब्याज दरों में कटौती नहीं किए जाने के बाद अब बजट 2016-17 पर नजर रहेगी।
– माना जा रहा है कि वित्त मंत्री अरुण जेटली बजट में कंज्यूमर्स और मार्केट को राहत देने के लिए कुछ कदम उठा सकते हैं।
पॉलिसी रिव्यू में क्या बोले राजन..
– महंगाई, स्ट्रक्चरल रिफॉर्म और आने वाले बजट पर हमारी नजर रहेगी।
– ब्याज दरों पर जब भी फैसला होगा, महंगाई दर को देखकर ही होगा।
– मानसून सामान्य रहा तो मार्च 2017 तक 5 फीसदी रहेगी महंगाई। पिछले दो साल से मानसून खराब रहा है। अच्छे मानसून से महंगाई घटेगी।
– लिक्विडिटी पर नजर रखे हुए हैं। सिस्टम में इसे मेनटेन रखा जाएगा।
– 7वें पे कमीशन का हिसाब लगाएंगे। यह देखेंगे कि इसका महंगाई पर कितना असर होगा।
– वित्त मंत्रालय के साथ मिलकर एनपीए की दिक्कत सुलझा रहे हैं। बैंकों को एनपीए की जानकारी देने को कहा है।
– बैंकों और एनबीएफसी के लोन की रिकवरी के लिए नए नॉर्म्स लाए जा सकते हैं।
– कारोबार करना आसान बनाने के लिए कदम उठा रहे हैं।
स्टार्टअप बिजनेस के लिए बनाएंगे फ्रेमवर्क: राजन
रघुराम राजन ने कहा कि ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के लिए सेंट्रल बैंक कदम उठाएगा। आरबीआई स्टार्टअप बिजनेस की ग्रोथ के लिए फ्रेमवर्क बनाएगा। इस फ्रेमवर्क से विदेशी वेंचर कैपिटल हासिल करना आसान होगा। इन्वेस्टमेंट इंस्ट्रूमेंट में कॉन्ट्रैक्चुअल स्ट्रक्चर को शामिल किया जाएगा।
क्रेडिट पॉलिसी का घरेलू स्टॉक मार्केट पर असर-
– रिजर्व बैंक द्वारा ब्याज दरों में कटौती नहीं किए जाने का घरेलू स्टॉक मार्केट पर कोई खास असर नहीं दिखा।
– क्रेडिट पॉलिसी आने के बाद सेंसेक्स और निफ्टी में सपाट कारोबार रहा।
– मार्केट एक्सपर्ट और डेस्टिमनी सिक्युरिटी के सीईओ सुदीप बंधोपाध्याय ने बताया कि मार्केट की उम्मीद के अनुसार ही क्रेडिट पॉलिसी रही। इसलिए पॉलिसी का कोई खास रिएक्शन नहीं दिखाई दिया।
महंगाई पर RBI
रिजर्व बैंक ने कहा है कि यदि मानसून सामान्य रहता है तो मार्च 2017 तक रिटेल महंगाई दर 5 फीसदी के करीब रहेगी। रिजर्व बैंक ने जनवरी के लिए रिटेल महंगाई के लक्ष्य को 6 फीसदी पर बनाए रखा है। रिजर्व बैंक को उम्मीद है कि वह इस लक्ष्य को हासिल कर लेगा। आरबीआई का मानना है कि बजट रिफॉर्म से रिटेल महंगाई को FY17 के अंत तक 5 फीसदी पर रखने में मदद मिलेगी।
जीडीपी ग्रोथ पर RBI
आरबीआई के अनुसार, फाइनेंशियल ईयर 2016-2017 में देश की जीडीपी ग्रोथ 7.6 फीसदी रहने की उम्मीद है। इसके साथ ही रिजर्व बैंक ने 2015-16 में जीडीपी की ग्रोथ रेट 7.4 फीसदी रहने का अनुमान जताया है।
RBI की पॉलिसी दरें…
रेट (फीसदी में) | |
रेपो रेट | 6.75 |
रिवर्स रेपो रेट | 5.75 |
सीआरआर | 4.00 |
एसएलआर | 21.5 |