भारत ने चंद्रमा पर अपना महत्वाकांक्षी चंद्रयान-3 मिशन लॉन्च किया। अंतरिक्ष यान को भारत के सबसे भारी रॉकेट लॉन्च वाहन मार्क-III उर्फ LVM3 पर चंद्रमा की यात्रा पर लॉन्च किया गया। अगस्त के अंत तक चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग का प्रयास करने के लिए अंतरिक्ष यान लगभग 45 दिनों में 3,84,000 किलोमीटर लंबी यात्रा पूरी करेगा। इसरो प्रमुख एस सोमनाथ ने कहा कि चंद्रयान-3 ने चंद्रमा की ओर अपनी यात्रा शुरू कर दी है। हमारे LVM3 ने पहले ही चंद्रयान-3 को पृथ्वी के चारों ओर सटीक रूप से स्थापित कर दिया है…हम चंद्रयान-3 के लिए शुभकामनाएं देते हैं ताकि वह आने वाले दिनों में चंद्रमा की ओर सफल यात्रा कर सके।
पीएम मोदी ने क्या कहा
चंद्रयान-3 ने भारत की अंतरिक्ष यात्रा में एक नया अध्याय लिखा। इसने हर भारतीय के सपनों और महत्वाकांक्षाओं को ऊपर उठाते हुए ऊंची उड़ान भरी है। यह महत्वपूर्ण उपलब्धि हमारे वैज्ञानिकों के अथक समर्पण का प्रमाण है। मैं उनकी भावना और प्रतिभा को सलाम करता हूँ!
साउथ पोल पर ही क्यों उतरेगा लैंडर?
अभी तक कोई देश यहां नहीं पहुंचा है। चंद्रयान-1 मिशन के दौरान साउथ पोल में बर्फ के बारे में पता चला था। यहां सूरज की रोशनी कभी नहीं पहुंचती। चांद के साउथ पोल में ठंडे क्रेटर्स (गड्ढों में शुरुआती सौर प्रणाली के लुप्त जीवाश्म रिकॉर्ड मौजूद हो सकते हैं। अगर चंद्रयान-3 यहां लैंड करता है तो यह पहली बार होगा।