Breaking News

बाजवा बोले-पंजाब में लाठीचार्ज में एक किसान की मौत के लिए मैं भगवंत मान को जिम्मेदार मानता हूं, सीएम में हिटलर की आत्मा है

पंजाब कांग्रेस ने आज राज्य में किसानों के विरोध प्रदर्शन और कल संगरूर में एक किसान की मौत के मद्देनजर राज्य सरकार के खिलाफ मोहाली में विरोध प्रदर्शन किया। पंजाब में कांग्रेस इसको लेकर आम आदमी पार्टी और राज्य के मुख्यमंत्री भगवंत मान पर जबरदस्त तरीके से हमलावर है। पंजाब के नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि मुझे लगता है भगवंत मान में आज हिटलर की आत्मा आ गई है। उन्होंने कहा कि कल किसानों के साथ जो हुआ, खासकर लोंगोवाल में लाठीचार्ज में एक किसान की मौत के लिए मैं भगवंत मान को जिम्मेदार मानता हूं। बर्बर लाठीचार्ज करने वाले पुलिस अधिकारियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जानी चाहिए… हम इसकी निंदा करते हैं।

AAP से हमारा संबंध नहीं

बाजवा ने इसके साथ ही कहा कि कांग्रेस ने पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश से अनुरोध किया है कि वे इस पर स्वत: संज्ञान लें, भगवंत मान के खिलाफ आईपीसी की धारा 302 के तहत मामला बनाया जाए और संबंधित पुलिस अधिकारियों को सह-साजिशकर्ता बनाया जाए – उनके खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की जाए। बाजवा ने आप से साथ गठबंधन पर भी बड़ी बात कही है। उन्होंने कहा कि मारा आम आदमी पार्टी से कोई संबंध नहीं है। हमने पहले भी ये साफ़ किया है और आज फिर से हम ये कर रहे हैं। अगर हमें उनका समर्थन करना होता तो क्या आज हम उनका विरोध करते? दिल्ली में क्या हुआ? जहां भी भाजपा अति पर जाएगी, वहां समर्थन मिलेगा। यहाँ नहीं।

 

एक की मौत

कुछ किसान नेताओं को ‘हिरासत’ में लिये जाने को लेकर संगरूर जिले में सोमवार को किसानों के साथ हुई झड़प में ट्रैक्टर-ट्रॉली से कुचलकर एक व्यक्ति की मौत हो गई और कम से कम पांच पुलिसकर्मी घायल हो गए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि मरने वाला व्यक्ति एक किसान था, जो जिले के लोंगोवाल इलाके में विरोध प्रदर्शन में भाग ले रहा था, जहां पुलिस प्रदर्शनकारियों को राष्ट्रीय राजमार्ग और एक टोल प्लाजा को अवरुद्ध करने से रोकने की कोशिश कर रही थी। किसान मजदूर संघर्ष समिति, भारती किसान यूनियन (क्रांतिकारी), बीकेयू (एकता आजाद), आजाद किसान समिति, दोआबा, बीकेयू (बेहरामके) और भूमि बचाओ मुहिम सहित सोलह किसान संगठनों ने मंगलवार को चंडीगढ़ में प्रदर्शन करने की योजना बनाई है, जिससे एक दिन पहले किसान प्रदर्शन कर रहे थे।