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अखिलेश यादव बोले, सदन में हवा में कोई बात नहीं कहनी चाहिए 56 एसडीएम एक ही जाति से बनाने पर मुख्यमंत्री सूची दें

लखनऊ

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने विधानसभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा लगाए गए आरोपों का मीडिया को संबोधित करते हुए जवाब दिया। उन्होंने प्रदेश की कानून व्यवस्था पर भी सवाल उठाए।

सपा के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सपा सरकार में एक ही जाति से 56 एसडीएम बनाने की बात कर रहे हैं। वो हमें उन अधिकारियों के नाम दें। हवाहवाई बातें न करें। हमने इस संबंध में रिपोर्ट मांगी है। सदन में हवा में कोई बात नहीं कहनी चाहिए। अखिलेश यादव विधानसभा के बाहर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आरोप का जवाब दे रहे थे। मुख्यमंत्री योगी ने शनिवार को यूपी विधानसभा में पूर्ववर्ती सपा सरकार पर जाति के आधार पर भर्ती का आरोप लगाते हुए कहा था कि सपा सरकार में जाति देखकर नौकरी दी जाती थी।

अखिलेश यादव ने यूपी विधानसभा के बाहर मीडिया को संबोधित करते हुए प्रयागराज में राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह और गनर की हत्या को लेकर कहा कि प्रयागराज की घटना फिल्मी तरीके से हुई। प्रदेश में कानून व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है। दौड़ाकर गोली मारी जा रही है। सुरक्षाकर्मी की भी जान चली गई। अस्पताल में समय से इलाज मिलता तो जान बच सकती थी।

उन्होंने कहा कि सरकार सुरक्षा और स्वास्थ्य समेत सभी मोर्चों पर पूरी तरह से फेल है। पुलिस और इंटेलीजेंस क्या कर रहा था। कानून व्यवस्था पर जीरो टॉलरेंस क्या यही है। उन्होंने कहा कि यूपी में टेंपरेरी डीजीपी है। इलाहाबाद और कानपुर की घटना दुखद. है। सरकार के पास कोई जवाब नहीं है।

अखिलेश यादव ने कहा कि पुलिस विभाग में भ्रष्टाचार बहुत बढ़ गया है। कानपुर देहात में मां-बेटी जल गई। प्रशासन देखता रहा। सरकार ने न्याय नहीं किया। भाजपा सरकार में किसी को न्याय नहीं मिल सकता। उन्होंने कहा कि गेस्ट हाउस केस को सुप्रीम कोर्ट ने खत्म कर दिया है मुख्यमंत्री योगी उस पर चर्चा कर रहे हैं। मुख्यमंत्री को कोई जानकारी नहीं है। जो बातें खत्म हो चुकी हैं। उस पर चर्चा कर रहे हैं।

हम रामचरितमानस के खिलाफ नहीं, कुछ बातों पर आपत्ति
अखिलेश यादव ने कहा कि रामचरितमानस के खिलाफ कोई नहीं है। कुछ चीजों को लेकर आपत्ति है। यह पांच हजार साल पुरानी लड़ाई है। जो गलत है वह गलत है। भाजपा सरकार महंगाई रोकने में विफल है। सरकार को बताना चाहिए कि प्रदेश में कितने बेरोजगार हैं।