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शेयर बाजार में आई सबसे बड़ी गिरावट, निवेशकों के 10 लाख करोड़ डूबे

नई दिल्ली। सप्ताह के पहले कारोबारी दिन सोमवार को शेयर बाजार में कोहराम मचा रहा। बाजार में भारी गिरावट देखने को मिली। बाजार सुबह खुलते ही धड़ाम हो गया। बीएससी का 30 शेयरों वाला इंडेक्स सेंसेक्स सुबह 56,720.32 अंक पर खुला था, जो पिछले 58,152.92 अंक के बंद से बहुत ज्यादा कम था। यह 1747.08 अंक या 3.00 फीसदी की गिरावट के साथ 56,405.84 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स के ज्यादातर शेयर लाल रंग में दिखे
बाजार बंद होने पर सेंसेक्स की 29 कंपनियों के शेयर लाल निशान के साथ कारोबार कर रहे थे जबकि सिर्फ टीसीएस इकलौता ऐसा शेयर था, जो हरे रंग पर कारोबार करता दिखा। हालांकि, दोपहर में सन फार्मा ने भी हरे रंग में जगह बनाई थी लेकिन वह ज्यादा समय के लिए इसे बरकरार नहीं रख पाया। अंत में टीसीएस 1.05 फीसदी की बढ़त पर बंद हुआ। टाटा स्टील के शेयर सबसे ज्यादा 5.49 फीसदी टूटे।
निफ्टी की हालत भी खराब
वहीं, निफ्टी सुबह 17,076.15 अंक पर खुला था, जिसके बाद यह दिन के 16,809.65 अंक के सबसे निचले स्तर पर भी दर्ज किया गया। यह सबसे ऊपर सिर्फ 17,099.50 अंक तक ही गया था। अंत में 531.95 अंक या 3.06 फीसदी की गिवारट के साथ निफ्टी 16,842.80 पर बंद हुआ है।
निफ्टी में भी सिर्फ टीसीएस (0.93 फीसदी) ही मुनाफे में रहा है। इसके अलावा JSWSTEEL (-6.47 फीसदी), HDFCLIFE (-6.36 फीसदी), TATASTEEL (-5.68 फीसदी), TATAMOTORS (-5.58 फीसदी) और HDFC (-5.58 फीसदी) सबसे ज्यादा नुकसान में रहे हैं।
बैंकों के शेयरों पर रहा दबाव
इसके अलावा निफ्टी बैंक 1,608.70 या 4.18 फीसदी की गिरावट के साथ 36,908.55 अंक पर बंद हुआ। इसमें फेडरल बैंक सबसे ज्यादा घाटे (-6.99 फीसदी) के साथ बंद हुआ, इसके बाद PNB (-6.54 फीसदी), IDFC फर्स्ट बैंक (-6.14 फीसदी), SBI (-5.54 फीसदी) और AU बैंक (-5.48 फीसदी) पर बंद हुए।
बता दें कि बैंकों के शेयरों पर यह दबाव तब देखने को मिला है, जब ABG Shipyard पर CBI ने बैंक धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। सीबीआई की शिकायत में शामिल फोरेंसिक ऑडिट के आंकड़ों के मुताबिक, ABG Shipyard पर आईसीआईसीआई बैंक का 70.89 अरब रुपया, आईडीबीआई बैंक का 36.34 अरब रुपया, भारतीय स्टेट बैंक का 29.25 अरब रुपया, बैंक ऑफ बड़ौदा का 16.14 अरब रुपया, पंजाब नेशनल बैंक का 12.44 अरब रुपया और इंडियन ओवरसीज बैंक का 12.28 अरब रुपया बकाया है।
बाजार में क्यों आई गिरावट?
क्रूड ऑयल के बढ़े हुए दाम, यूक्रेन को लेकर अमेरिका और रूस में तनाव, FPIs द्वारा की जा रही लगातार बिकवाली, US फेड द्वारा ब्याज दर बढ़ाए जाने की उम्मीदों और मुद्रास्फीति के आंकड़ों का बाजार पर प्रभाव पड़ा है। FPIs ने फरवरी में अभी तक 14,935 करोड़ रुपये की शुद्ध बिकवाली की है।