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लालू ने शरद यादव को अपने पाले में करने के लिए याद दिलाए ‘संघर्ष के दिन’

लालू प्रसाद यादव, मुलायम सिंह यादव और शरद यादव के साथ (फाइल फोटोः पीटीआई)

नई दिल्ली। राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने जनता दल यूनाइटेड (JDU) के वरिष्ठ नेता शरद यादव से साथ आने की अपील की है. लालू ने शरद यादव को इमरजेंसी के दौरान के संघंर्ष को याद दिलाया. उन्होंने शरद यादव से साथ मिलकर बीजेपी से लड़ने की अपील की. लालू ने शरद यादव से कहा कि आज फिर संघर्ष की जरूरत है. शनिवार शाम को लालू यादव ने शरद यादव के लिए तीन ट्वीट किए. अपने पहले ट्वीट में आरजेडी सुप्रीमों ने लिखा  ‘गरीब, वंचित और उपेक्षित जमात के हकूक की खातिर हम वैचारिक रूप से साथ सभी सहयोगियों को लेकर खेत-खलिहान से लेकर सड़क व संसद तक संघर्ष करेंगे.’

ग़रीब,वंचित और उपेक्षित जमात के हकूक की खातिर हम वैचारिक रूप से साथ सभी सहयोगियों को लेकर खेत-खलिहान से लेकर सड़क व संसद तक संघर्ष करेंगे।

अगले ट्वीट में लालू ने लिखा है, ‘हमने और शरद यादव जी ने साथ लाठी खाई है, संघर्ष किया है. आज देश को फिर संघर्ष की जरूरत है. शोषित और उत्पीडित वर्गों के लिए हमें लड़ना होगा.’

हमने और शरद यादव जी ने साथ लाठी खाई है, संघर्ष किया है।आज देश को फिर संघर्ष की ज़रूरत है। शोषित और उत्पीडित वर्गों के लिए हमें लड़ना होगा।

इसके साथ लालू ने ट्वीट किया है, ‘गरीब, वंचित और किसान को संकट/आपदा से निकालने के लिये हम नया आंदोलन खड़ा करेंगे. शरद भाई,आइये सभी मिलकर दक्षिणपंथी तानाशाही को नेस्तनाबूद करे.’

ग़रीब,वंचित और किसान को संकट/आपदा से निकालने के लिये हम नया आंदोलन खड़ा करेंगे।शरद भाई,आइये सभी मिलकर दक्षिणपंथी तानाशाही को नेस्तनाबूद करे

लालू यादव ने एक टीवी चैनल से बातचीत में ये बात कही कि शरद यादव से उन्होंने फोन पर बात की है. लालू ने बताया कि शरद जी इस लड़ाई में हमारे साथ है.  इस बीच यह भी कहा जा रहा है कि नीतीश कुमार के बीजेपी के साथ दोबारा से जुड़ने के बाद से नाराज बताए जा रहे शरद यादव ने पार्टी के सांसदों और कांग्रेस उपाध्‍यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की है. बताया जा रहा है कि नीतीश कुमार ने पार्टी के नेताओं के साथ सलाह किए बिना ही महागठबंधन अलग होने और बीजेपी के साथ जुड़ने का एकतरफा फैसला किया है.

इसके चलते पार्टी के कई सांसद नाराज बताए जा रहे हैं. जेडीयू सांसद वीरेंद्र कुमार तो यहां तक कह चुके हैं कि अगर उन्‍हें जबरदस्‍ती एनडीए का समर्थन करने को कहा गया तो वो इस्‍तीफा दे देंगे. इसके अलावा जेडीयू के सांसद अली अवनर ने भी नीतीश के फैसले के खिलाफ आवाज उठाई है. अली अनवर ने नीतीश के बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बनाने के तुरंत बाद शरद यादव से मुलाकात की थी.