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मायावती का नया फरमान, मुझसे पूछकर रैली में दी जाएंगी ‘गालियां’ !

maya25लखनऊ। उत्तर प्रदेश में गाली कांड के बाद से सियासी पारा गरम है। गाली कांड को लेकर बीजेपी पूरे दमखम के साथ बीएसपी पर चढ़ाई करने में जुटी है। तो अब मायावती ने भी इस मामले पर सख्त रवैया अपनाया है। मायावती ने पार्टी नेताओं को जमकर लताड़ लगाई है। बीएसपी नेताओं की ओर से दया शंकर सिंह की बेटी पर आपत्तिजनक टिप्पणी किये जाने के बाद बीएसपी में राजपूत जाति के नेता भी नाराज हो गए हैं।

नसीमुद्दीन-रामअचल को लताड़

दयाशंकर की पत्नी स्वाति के सवालों के चक्रव्यूह में घिरी मायावती और उनकी पार्टी पिछड़ती नजर आ रही है। कल पार्टी की बैठक में मायावती ने गाली कांड के आरोपी नसीमुद्दीन सिद्दीकी और प्रदेश अध्यक्ष रामअचल राजभर को कड़ी फटकार लगाई और ये भी तय कर दिया कि आगे से जो भी नारे किसी आंदोलन में लगेंगे उसपर पहले उनकी रजामंदी ली जाएगी। मायावती दलित दांव लगाकर बीजेपी की घेराबंदी करना चाहती हैं। लेकिन उनके नेताओं के इस गाली कांड के बाद अब उनकी पार्टी में फूट शुरू हो गई है। पार्टी में राजपूत समाज के कॉडिनेटर रह चुके मऊ के अजय सिंह ने गाली कांड से दुखी होकर पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।

बीजेपी और सपा पर लगाया सांठगांठ का आरोप

देशभर में दलितों पर हो रहे अत्याचार और यूपी की हाल की घटना को लेकर मायावती ने तीखा हमला बोला। मायावती ने कहा कि हाल की घटनाओं से बीजेपी का दलित विरोधी चेहरा सबके सामने आ गया है। मायावती ने कहा कि पीएम दलितों पर हो रहे अत्याचारों के मामले में चुप्पी साधे हुए हैं। साथ ही मायावती ने राज्य में बीजेपी और सपा के बीच साठगांठ का भी आरोप लगाया। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी शासित राज़्यों में दलितों पर अत्याचार की घटनाओं में लगातार इज़ाफ़ा हो रहा है और प्रधानमंत्री इस पर चुप्पी साधे हुए हैं। मायावती का आरोप है कि दयाशंकर के परिवार को आगे करके बीजेपी राज्य में राजनीतिक साज़िश रच रही है। साथ ही मायावती ने आरोप लगाया कि बीजेपी और उसकी टॉप लीडरशिप ने अपनी सरकार की कमज़ोरियों पर से ध्यान हटाने के लिए साज़िश के तहत दयाशंकर सिंह से ये बयान दिलवाया।

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राजपूत बीएसपी से हुए नाराज़

दयाशंकर सिंह राजपूत जाति से हैं और उनकी बेटी पर की गई टिप्पणी के बाद अब राजपूत यूपी से लेकर दिल्ली तक एकसाथ हो रहे हैं। यूपी में राजपूतों की आबादी करीब 7 से 9 फीसदी है। यूपी में इस जाति के कुल 78 विधायक हैं। वहीं अगर वोटों की बात करें तो बीएसपी को 2012 में 14 फीसदी राजपूतों का वोट मिला था। राजपूत मुख्य रूप से बीजेपी और एसपी के पक्ष में वोट देते रहे हैं। स्वाति सिंह के सहारे बीजेपी ने भी मोर्चा संभाल लिया है। बीजेपी ने बेटी को इंसाफ दिलाने के लिए पार्टी के संघर्ष को जारी रखने की बात कही है। जबकि मायावती बीजेपी पर दलित विरोधी होने का आरोप मढ़ रही हैं और दयाशंकर पर हुई कार्रवाई को केवल खानापूर्ती बता रही हैं।

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ये है पूरा मामला

19 जुलाई को बीजेपी के पूर्व उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह की मायावती के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी से ये सारा बवाल शुरू हुआ था। लेकिन 21 जुलाई को बीएसपी के प्रदर्शन में दयाशंकर सिंह की बेटी पर बेहद अभद्र टिप्पणी के बाद पूरे मामले ने नया रुख ले लिया। जिसके बाद स्वाति सिंह ने राज्यपाल से मुलाकात की और पूरी जानकारी दी। वहीं मायावती ने इस मामले में 25 जुलाई को प्रस्तावित धरने का कार्यक्रम को स्थागित करके बड़ा आंदोलन चलाकर प्रदेश भर में बड़ी रैलियां करने का निर्णय लिया है। इसमें मायावती खुद संबोधित करेंगी।