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भ्रष्टाचार के आरोप में निलम्बित दाग़ी IAS अधिकारी रहा है EVM की जगह वैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग करनेवाला

लखनऊ। भ्रस्टाचार के आरोप में निलम्बित यूपी के आईएएस अधिकारी ने यूपी में निकाय चुनाव को बैलेट पेपर से कराने की मांग कर सबको हैरान कर दिया है. यह जानकारी पूर्व आईएएस अधिकारी सूर्यप्रताप ने दी है. सूर्य प्रताप सिंह ने इस अधिकारी पर हमला बोलते हुए कहा है कि क्या कमीशन के चलते तो ये खेल नहीं खेला जा रहा है.  पद से हटाओ-जाँच कराओ ! बैलेट पेपर से हो सकते हैं यूपी के लोकल चुनाव, EVM को लेकर राज्‍य निर्वाचन आयुक्‍त एस. के. अग्रवाल ने ECI को लिखा पत्र….कौन है राज्‍य निर्वाचन आयुक्‍त एस. के. अग्रवाल ?यह एक भ्रष्टाचार के आरोप में निलम्बित दाग़ी IAS अधिकारी रहा है …. मुलायम सिंह यादव/ शिवपाल सिंह यादव का बेहद घनिष्ट अधिकारी रहा है, जो PWD विभाग के प्रमुख सचिव के कार्यकाल के भ्रष्टाचार के आरोप में दो साल निलम्बित रहा …. उस समय शिवपाल सिंह यादव PWD मंत्री थे। सपा सरकारों में सिंचाई व ग्रह जैसे महत्वपूर्ण विभागों में प्रमुख सचिव रहा।

पद से हटाओ-जाँच कराओ ! बैलेट पेपर से हो सकते हैं यूपी के लोकल चुनाव, EVM को लेकर राज्‍य निर्वाचन आयुक्‍त एस. के. अग्रवाल ने ECI को लिखा पत्र….कौन है राज्‍य निर्वाचन आयुक्‍त एस. के. अग्रवाल ?यह एक भ्रष्टाचार के आरोप में निलम्बित दाग़ी IAS अधिकारी रहा है …. मुलायम सिंह यादव/ शिवपाल सिंह यादव का बेहद घनिष्ट अधिकारी रहा है, जो PWD विभाग के प्रमुख सचिव के कार्यकाल के भ्रष्टाचार के आरोप में दो साल निलम्बित रहा …. उस समय शिवपाल सिंह यादव PWD मंत्री थे। सपा सरकारों में सिंचाई व ग्रह जैसे महत्वपूर्ण विभागों में प्रमुख सचिव रहा।

गत अखिलेश यादव सरकार ने इसे राज्‍य निर्वाचन आयुक्‍त इस उद्देश्य से बनाया था कि पंचायत/स्थानीय चुनाव में ख़ूब गड़बड़ की जा सके….इसी लिए EVM की जगह पेपर बैलट की बात कर रहा है …… पेपर बैलट प्रिंट करने में करोड़ों रूपया का कमिशन खाने की प्लानिंग है, इन महाशय की.,…ऐसे दाग़ी व भ्रष्टाचार के आरोप में निलम्बित रहे सपा के एजेंट (व्यक्ति) को राज्‍य निर्वाचन आयुक्‍त के पद से तत्काल हटाना चाहिए और पिछले पाँच वर्ष में राज्‍य निर्वाचन आयुक्‍त कार्यालय में हुए बजट के बंदरबाट- ठेके, टेंडर्र्स की जाँच करायी जाए ….. इस अधिकारी के PWD व सिंचाई विभागों के घोटालों की जाँच करायी जाए और अखिलेश द्वारा निलम्बन को बहाल करने व विभागीय कार्यवाही को ठंडे बस्ते में डालने वाली फ़ाइल को पुनः खोला जाए !!!!