Breaking News

बड़े स्कूल ने नहीं दिया एडमिशन, लेकिन केजरीवाल ने भेज दी बधाई की चिट्ठी

नई दिल्ली। पूर्वी दिल्ली के शाहदरा में रहने वाले दीपक और मधु अपनी 4 साल की बेटी अंजलि का नर्सरी में दाखिला कराना चाहते थे. ईडब्ल्यूएस कैटेगरी में दाखिला होना था, लेकिन स्कूल वालों ने वेटिंग में डाल दिया. कई महीनों तक चक्कर लगाने के बाद भी स्कूल में दाखिला नहीं हो पाया. अंत में स्कूल ने बताया कि उनके यहां सीटें फुल हो चुकी है, अब दाखिला नहीं हो सकता.

वहीं बच्ची का एडमिशन ना हो पाने और साल बर्बाद होने से परेशान परिवार वालों के साथ सरकार ने क्रूर मजाक किया. कुछ दिन पहले परिवार के पास मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की चिट्ठी आई, जिसमें बच्ची और उसके परिवार वालों को संबोधित करते हुए बिना किसी घूस या परेशानी के एडमिशन होने की बधाई दी गई है. अच्छे भविष्य की कामना भी की गई है.

बच्चे के परिवार वाले यह चिट्ठी पाकर फूले नहीं समाए. उन्होंने सोचा कि अब उनके बच्चे का एडमिशन हो गया होगा, लेकिन जब स्कूल गए तो स्कूल ने साफ इंकार कर दिया. ऐसे में वह बहुत ठगा सा महसूस कर रहे हैं.

बच्चे की मां मधु कहती हैं कि हमारे साथ बहुत बड़ा खिलवाड़ हुआ है. साल भर स्कूल के चक्कर काटे हैं. अब सरकार मजाक कर रही है. वहीं दिल्ली प्राईवेट स्कूलों की संस्था चलाने वाले आरसी जैन कहते है कि इस तरह की चिट्ठियां सैकड़ों घरों में गई हैं. जिनके बच्चों का एडमिशन नहीं हुआ है. ऐसे में सरकार इन परिवारों के साथ मजाक कर रही है.

दिल्ली सरकार से आया यह लेटर:

प्रिय दीपक जी,

आपकी बच्ची अंजलि का एक अच्छे प्राईवेट स्कूल में दाखिला हुआ है, इसके लिए बहुत बहुत बधाई. आजकल के जमाने में अच्छे स्कूल में दाखिला कराना बड़ा मुश्किल है. एक जमाना था जब स्कूलों में दाखिले के लिए दलालों को हजारों रुपए देने पड़ते थे और धक्के खाने पड़ते थे. हमारी सरकार ने इस व्यवस्था को ठीक किया. मैं आपसे पूछना चाहता हूं कि आपको अपने बच्चे का दाखिला कराने के लिए किसी को पैसे तो नहीं देने पड़े?

अपने बच्चे की पढ़ाई पर खूब ध्यान देना. उसे अच्छी शिक्षा देकर बड़ा नाम कमाना है. यह सब इसलिए संभव हो पाया, क्योंकि अब दिल्ली में ईमानदार सरकार है.

अपनी बच्ची के पढ़ाई पर ध्यान देना. कभी किसी चीज की जरूरत हो तो मुझे बेझिझक बताना.

आपका

अरविंद केजरीवाल

मुख्यमंत्री