कोलकाता। लंबे विवाद के बाद आज पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव के लिए वोटिंग हो रही है. नामांकन के दौरान हिंसक घटनाओं के बाद सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर आज वोटिंग से पहले भी कुछ इलाकों में तनाव की स्थिति देखने को मिल रही है.
आसनसोल जिले के रानीगंज में जहां बमबारी की घटनाएं सामने आई हैं. वहीं, दक्षिण 24 परगना जिले में सीपीएम के दो कार्यकर्ताओं को घर में जलाकर मारने के आरोप लगे हैं. सीपीएम ने आरोप लगाया है सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस के गुंडों ने उनके दो कार्यकर्ताओं के घर में आग लगा दी, जहां उनकी जलकर मौत हो गई.
घटना 24 परगना जिले के काकद्वीप ब्लॉक की है. बीती रात करीब 12 बजे नामखाना ब्लॉक के रहने वाले श्री देबु दास के घर को आग के हवाले कर दिया गया. जिसमें देबु दास और उनकी पत्नी की जलकर मौत हो गई. देबु दास सीपीएम के कार्यकर्ता थे. आरोप है कि इस घटना से पहले टीएमसी उम्मीदवार अमित मंडोल और उसके समर्थकों ने देबु दास को धमकी दी थी.
सीपीएम ने आरोप लगाया है कि उनके दो कार्यकर्ताओं देबु और ऊषा दास के घर में टीएमसी के लोगों ने आग लगा दी. जिस वक्त आग लगाई गई, दोनों लोग घर में सोए हुए थे. आरोप है कि आग लगने से दोनों की मौत हो गई. इस घटना के संबंध में सीपीएम ने चुनाव आयोग से भी शिकायत की है.
आसनसोल में बमबारी
आसनसोल जिले के रानीगंज में बांसरा इलाके से बमबारी की खबर है. यहां वोटिंग शुरू होने से पहले ही बम विस्फोट की घटना हुई, जिसके बाद इलाके में तनाव की स्थिति पैदा हो गई है. हालांकि, ये किसकी हरकत है इसका अभी पता नहीं लग पाया है.
बंगाल में काफी विवाद के बाद पंचायत चुनाव हो रहे हैं. सत्ताधारी टीएमसी पर दूसरी पार्टी के उम्मीदवारों को नामांकन से रोकने के आरोप लगने के बाद मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया था. जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने 10 मई को अपने आदेश में कहा था कि राज्य चुनाव आयोग ऐसे उम्मीदवारों को विजयी घोषित न करे, जहां किसी और पार्टी के उम्मीदवार नामांकन न कर पाए हों. बता दें कि टीएमसी के ऐसे करीब 18 हजार उम्मीदवार हैं.