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निषेधाज्ञा का उल्लंघन कर भाजपा प्रतिनिधिमंडल पहुंचा हिंसा प्रभावित आसनसोल

नई दिल्ली। रामनवमी जुलूस को लेकर आसनसोल में भड़की हिंसा के बाद शहर की स्थिति का जायजा लेने के लिए भाजपा का चार सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल रविवार को हिंसा प्रभावित इलाके में पहुंचा. भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने पश्चिम बंगाल की तृणमूल कांग्रेस सरकार पर पश्चिम बर्दवान जिले में आसनसोल-रानीगंज क्षेत्र में स्थिति नियंत्रित करने में विफल रहने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि हम आसनसोल में रामकृष्णपुर और धड़का के राहत शिविरों में गए और हमने पाया कि जो कुछ हुआ वह गलत था. यह राज्य सरकार की विफलता है. उन्होंने इस दौरान स्थानीय लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की. वहीं भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने यह प्रतिनिधिमंडल भेजा है जो अपनी वापसी पर उन्हें रिपोर्ट सौंपेगा.

प्रतिनिधि मंडल में हुसैन के अलावा पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और राज्य सभा सदस्य ओम प्रकाश माथुर, पलामू के सांसद और झारखंड पुलिस के पूर्व महानिदेशक विष्णु दयाल राम और राज्य सभा सांसद रूपा गांगुली भी शामिल हैं. आसनसोल के रास्ते में बसरा मोड़ और कालीपहाड़ी पर पुलिस ने प्रतिनिधिमंडल से रुक जाने का अनुरोध किया था क्योंकि इलाके में निषेधाज्ञा में लगी है. लेकिन संक्षिप्त बातचीत के बाद भाजपा नेता आसनसोल की अपनी यात्रा की योजना के हिसाब से आगे बढ़ गए. आसनसोल पहुंचने के बाद प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने राहत शिविरों में ठहरे लोगों से बातचीत की. उन्होंने इस दौरान उनसे उनकी समस्या भी पहुंची.

गौरतलब है कि राज्य सरकार ने शनिवार को कहा था कि वह भाजपा की विशेष टीम को कोयला नगरी आसनसोल और रानीगंज नहीं जाने देगी. ऐसा करने की मुख्य वजह उन्होंने इन शहरों में सीआरपीसी की धारा 144 के लागू होने की बात कही थी. हालांकि शनिवार पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी ने हिंसा प्रभावित आसनसोल और रानीगंज का दौरा किया था. वहां उन्होंने वरिष्ठ पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक करने के साथ ही लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की.

आसनसोल-रानीगंज में रामनवमी के जश्न के मौके पर दो समूहों के बीच झड़प हो गई जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई और दो पुलिसकर्मी घायल हो गए. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार इन दोनों शहरों में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं.