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जम्‍मू-कश्‍मीर: परिवार से बात करने के बाद भी आतंकियों ने नहीं किया सरेंडर, सेना ने 11 को किया ढेर, 3 जवान शहीद

नई दिल्ली। दक्षिण कश्मीर में हुई तीन अलग- अलग मुठभेड़ों में सुरक्षा बलों को रविवार को बड़ी सफलता मिली है. इन मुठभेड़ों में 11 आतंकवादी मारे गये हैं, जबकि एक ने आत्मसमर्पण कर दिया है. जम्‍मू-कश्‍मीर के डीजीपी एसपी वैद्य ने बताया है कि सेना के 3 जवान शहीद हो गए हैं. वहीं दो नागरिकों की मौत कानून-व्‍यवस्‍था बनाए रखने के चलते हुई है. अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षा बलों के इस अभियान के कारण हिज्बुल मुजाहिदीन और लश्कर- ए- तैयबा जैसे आतंकवादी संगठनों को करारा झटका लगा है.

जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) एसपी वैद्य ने कहा कि कश्मीर घाटी में हाल में आतंकवादी समूहों के खिलाफ यह सबसे बड़ी कार्रवाई है. उन्होंने बताया कि मलबे से अब तक आतंकवादियों के तीन शव बरामद किए गए हैं. अधिकारियों ने बताया कि काचदुरू में अभियान समाप्त हो गया है और सुरक्षाकर्मी कल फिर से मलबे में खोजबीन शुरू करेंगे.

इससे पूर्व अवंतिपुरा में विक्टर फोर्स मुख्यालय में बुलाए गए एक संवाददाता सम्मेलन में 15वीं कोर के कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल एके भट्ट ने इसे हाल के समय में सबसे बड़ा अभियान करार दिया और कहा कि लेफ्टिनेंट उमर फय्याज का बदला ले लिया गया है. पिछले साल शोपियां में फय्याज की निर्मम हत्या कर दी गई थी. भट्ट ने कहा, ‘मारे गए आतंकवादियों में इश्फाक मलिक और रईस ठोकर शामिल हैं. उनकी मौत के लिए वे जिम्मेदार थे.’

पिछले साल मई में आतंकवादियों ने फय्याज (22) की हत्या कर दी थी. दक्षिणी कश्मीर के शोपियां जिले के हरमैन इलाके में उनका शव बरामद किया गया था, जिस पर गोलियों से हुए जख्म के निशान थे. डीजीपी ने एक वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) के प्रयास का भी जिक्र किया. दायलगाम मुठभेड़ के दौरान एसएसपी ने एक आतंकवादी को आत्मसमर्पण करने के लिए राजी किया. शीर्ष पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘मैं दायलगाम मुठभेड़ का खास जिक्र करना चाहूंगा जहां हमारे एसएसपी ने एक विशेष प्रयास किया, जैसा दुनिया में कहीं भी सुनने को नहीं मिलता है.’

डीजीपी ने कहा, ‘उन्होंने (एसएसपी ने) एक आतंकवादी के परिजन को फोन किया. उन्होंने उससे 30 मिनट तक बात की, ताकि उसे आत्मसमर्पण करने के लिए राजी किया जा सके.’ उन्होंने कहा, ‘दुर्भाग्यवश, उसने अपने परिजन की सलाह नहीं मानी. बातचीत के दौरान जिला एसएसपी ने उसे समझाने की कोशिश की. लेकिन उसने पुलिस पर फायरिंग कर दी, जिसके बाद पुलिस के पास पलटवार करने के सिवाय और कोई चारा नहीं था. वह मारा गया. एक अन्य जीवित पकड़ा गया.’

वैद्य ने कहा, ‘मैं सभी माता- पिता से अपील करता हूं कि वे अपने बच्चों से हिंसा छोड़कर राष्ट्र की मुख्यधारा में शामिल होने का अनुरोध करें.’