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चुनाव आयोग ने सुप्रीम कोर्ट की डेडलाइन से एक दिन पहले ही ये डेटा रिलीज कर दिया है ,चुनाव आयोग की वेबसाइट पर 763 पेजों की दो लिस्ट अपलोड की गई है

भारतीय चुनाव आयोग ने 14 मार्च को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के तहत चुनावी बॉन्ड से जुड़े डेटा सार्वजनिक कर दिए हैं। चुनावी बॉन्ड से जुड़ा वो डेटा वही डेटा है जो भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने चुनाव आयोग के साथ साझा किए थे। सुप्रीम कोर्ट के सख्त आदेश के बाद 12 मार्च को भारत के चुनाव आयोग के पास चुनावी बॉन्ड से जुड़ा डेटा जमा कर दिया था। सुप्रीम कोर्ट ने ही आदेश दिया था कि चुनाव आयोग एसबीआई से मिले चुनावी बॉन्ड की जानकारी 15 मार्च तक जारी करे। चुनाव आयोग ने सुप्रीम कोर्ट की डेडलाइन से एक दिन पहले ही ये डेटा रिलीज कर दिया है। चुनाव आयोग की वेबसाइट पर 763 पेजों की दो लिस्ट अपलोड की गई है। एक लिस्ट में चुनावी बॉन्ड खरीदने वाली कंपनियों और व्यक्तियों की जानकारी दी गई है। इसमें नाम के साथ बॉन्ड खरीदने की तारीख और रकम का जिक्र है। दूसरी लिस्ट में राजनीतिक दलों को मिले बॉन्ड की डिटेल है।

किन-किन कंपनियों के नाम

खरीदारों में सबसे बड़ा नाम फ्यूचर गेमिंग, मेघा इंजीनियरिंग एंड इन्फ्रा और क्विक सप्लाई का आ रहा है।खरीदारों में भारती एयरटेल, ग्रासिम इंडस्ट्रीज, मेघा इंजिनियरिंग, पीरामल एंटरप्राइजेज, टोरेंट पावर, डीएलएफ कमर्शल डेवलपर्स, अपोलो टायर्स, लक्ष्मी मित्तल, पीवीआर, केवेंटर, सुला वाइन, सन फार्मा, वेस्टर्न यूपी पावर ट्रांसमिशन, विहान ऑटो, वेदिका, श्री चैतन्य स्टूडेंटस फैसिलिटी, सिरडी साई इलेक्ट्रिकल्स, TVS मोटर्स, NATCO फार्मा, हेराल्ड बिवरेज और बीजी शिरके कंस्ट्रक्शन समेत अन्य कई नाम है।

चंदा देने वाली टॉप 10 कंपनियां

 कंपनी  चंदा (करोड़)
 फ्यूचर गेंमिग होटल सर्विस  1368
 मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड  966
 क्विक सप्लाई चेन प्राइवेट लिमिटेड  410
 वेदांता लिमिटेड  400
 हल्दिया एनर्जी  377
 भारती ग्रुप  247
 एस्सल माइनिंग  224
 वेस्टर्न यूपी पावर ट्रांसमिशन  220
केवेंटर फूड पार्क इंफ्रा लिमिटेड  194
 मदनलाल लिमिटेड  185

लॉटरी किंग के बेटे का बीजेपी कनेक्शन

चुनाव आयोग ने गुरुवार शाम को चुनावी बॉण्ड के आंकड़े सार्वजनिक कर दिए। आयोग ने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया से बॉण्ड खरीदने वाले और इन बॉण्ड को कैश कराने वाली राजनीतिक और अन्य तमाम लोगों के नाम अपनी वेबसाइट पर अपलोड कर दिए। सुप्रीम कोर्ट ने SBI को चुनावी बॉण्ड के आंकड़े 12 मार्च तक आयोग को देने का आदेश दिया था। इसके बाद आयोग को कहा गया था कि आंकड़ों को 15 मार्च की शाम 5 बजे तक अपनी वेबसाइट पर अपलोड कर दे ताकि ये सार्वजनिक हो सकें। 24 जून 2015 की इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने लॉटरी किंग सैंटियागो मार्टिन के बड़े बेटे चार्ल्स जोस मार्टिन भाजपा में शामिल हुए। चार्ल्स ने पहली बार तीन महीने पहले पार्टी से संपर्क किया था। नई दिल्ली में आयोजित एक छोटे से कार्यक्रम में उन्हें सदस्यता दी गई थी। इंडियन एक्सप्रेस की उसी खबर में कहा गया कि सैंटियागो मार्टिन केरल में लॉटरी धोखाधड़ी के 32 मामलों का सामना कर रहे हैं। इसमें से कुछ में सीबीआई पहले ही आरोपपत्र दायर कर चुकी है। उन पर 2005 से केरल में सिक्किम लॉटरी से प्राप्त आय में हेरफेर करके सिक्किम सरकार को 4,500 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने का भी आरोप है। जबकि मार्टिन मार्टिन ग्रुप ऑफ़ कंपनीज़ के संस्थापक और अध्यक्ष हैं, उनका बेटा प्रबंध निदेशक है।