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इण्डिया गठबंधन में टूट की आहट! फारूक अब्दुल्ला बोले-अगर हमें देश को बचाना है, तो हमें मतभेदों को भूलना होगा और देश के बारे में सोचना होगा

नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने विपक्ष के इंडिया ब्लॉक के कुछ सदस्यों के बारे में आशंका व्यक्त की है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अगर सीट-बंटवारे की बातचीत समयबद्ध तरीके से नहीं हुई और उस पर आम सहमति नहीं बनी तो वे महागठबंधन से बाहर निकल जाएंगे और एक अलग समूह बना लेंगे। अब्दुल्ला ने कहा कि गठबंधन को ख़तरा है और उन्होंने नेताओं से “मतभेद भुलाने” और “देश के बारे में सोचने” का आह्वान किया। उनकी टिप्पणी पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल के साथ उनके यूट्यूब चैनल पर चर्चा के दौरान आई।

इंडिया गठबंधन में सीट-बंटवारे की व्यवस्था पर स्पष्टता की कमी के बारे में पूछे जाने पर, अब्दुल्ला ने कहा, “अगर हमें देश को बचाना है, तो हमें मतभेदों को भूलना होगा और देश के बारे में सोचना होगा।” उन्होंने कहा कि अगर सीट बंटवारे पर सहमति नहीं बनी तो गठबंधन पर खतरा मंडरा रहा है। इसे समयबद्ध तरीके से किया जाना चाहिए। यह संभव है कि कुछ लोग एक साथ आकर एक अलग गठबंधन बना लें, जो मुझे सबसे बड़ा ख़तरा लगता है। अभी भी समय है। अब्दुल्ला का यह बयान ऐसे समय में आया है जब गठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर चर्चा काफी धीमी है।

इसके अलावा नीतीश कुमार को लेकर लगातार सवाल बना हुआ है। वहीं, बंगाल में ममता बनर्जी और कांग्रेस आमने-सामने हैं। एनसी प्रमुख ने कहा कि पार्टियों को तभी सीट मांगनी चाहिए जब वे उस पर हावी हों और जहां वे प्रभावी नहीं हों वहां सीटें मांगना गलत होगा। उन्होंने कहा कि अगर विपक्ष अपना अहंकार छोड़कर हाथ मिलाने में सक्षम नहीं है, तो यह उसकी ओर से “सबसे बड़ी गलती” होगी। नेकां प्रमुख ने कहा कि गठबंधन के सदस्यों की हाल ही में दिल्ली के एक होटल में बैठक हुई जहां इस बात पर सहमति बनी कि ज्यादा समय नहीं बचा है। उन्होंने कहा, “हमने चर्चा की कि एक ऐसा व्यक्ति होना चाहिए जो हमारे मतभेदों को किनारे करके सभी को एक साथ ला सके। अगर हमें देश को बचाना है तो हमें मतभेदों को भुलाकर देश के बारे में सोचना होगा।”