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अमेरिका में पाक राजदूत के ‘जलील’ होने की रिपोर्टों को इस्लामाबाद ने बताया बेबुनियाद

jilani_twitterइस्लामाबाद। अमेरिका में पाकिस्तान के राजदूत को ओबामा प्रशासन की तरफ से फटकार लगाए जाने की बात से इस्लामाबाद ने साफ तौर से इनकार किया है। पाकिस्तान ने उन मीडिया रिपोर्टों को पूरी तरह से बेबुनियाद बताया है जिनमें उसके राजदूत जलील अब्बास जिलानी को अमेरिका से फटकार पड़ने की बात कही गई थी। मीडिया में यह मामला राजदूत के ट्विटर प्रोफाइल पर शेयर की गई उस तस्वीर के बाद तूल पकड़ा जिसमें जिलानी, उनकी पत्नी और फर्स्ट लेडी मिशेल ओबामा थीं।

पाकिस्तान के विदेश विभाग ने एक बयान जारी कर कहा, ‘अमेरिका में पाकिस्तान के राजदूत जलील अब्बास जिलानी को वाइट हाउस की नाखुशी वाली चिट्ठी से जुड़ी मीडिया रिपोर्टें पूरी तरह से गलत और बेबुनियाद हैं।’ बयान में कहा गया है, ‘वाइट हाउस की तरफ से ऐसी कोई चिट्ठी वॉशिंगटन में न तो हमारे दफ्तर को भेजी गई है और न ही हमारी मिनिस्ट्री को। यह और कुछ नहीं बल्कि रिपोर्टर की अपनी कल्पना है।’
बयान में आगे कहा गया है कि वॉशिंगटन में मौजूद रिपोर्टर का बिना हकीकत की पड़ताल किए आधारहीन स्टोरी करना ‘अनैतिक’ है। पाकिस्तानी अखबार ‘द न्यूज इंटरनैशनल’ ने अपनी एक रिपोर्ट में दावा किया था कि वाइट हाउस ने पाकिस्तान के राजदूत को उनकी ‘हरकतों’ पर कड़े शब्दों में फटकार लगाई थी।

पाकिस्तानी अखबार का कहना है कि मिशेल के साथ वाली तस्वीर को ट्वीट करने पर वाइट हाउस ने यह चिट्ठी लिखी है। अखबार के मुताबिक तस्वीर में राजदूत जलील ने यह संकेत देने की कोशिश की कि अमेरिका के पहले परिवार से उनकी बेहद नजदीकी है। मीडिया के एक तबके में मिशेल और पाकिस्तानी राजदूत के बीच द्विपक्षीय मुद्दों पर हुई बातचीत को लेकर भी रिपोर्टें आईं।

‘द न्यूज इंटरनैशनल’ की रिपोर्ट के अनुसार एक निजी मुलाकात का सियासी फायदा उठाने की कोशिश से नाराज अमेरिका ने यह चिट्ठी लिखी। गौरतलब है कि राजदूत जिलानी का सबसे छोटा बेटा उसी स्कूल में पढ़ता था जहां राष्ट्रपति ओबामा की बेटियां पढ़ती हैं।