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अखिलेश यादव : ना ना करते प्यार तुम्ही  से कर बैठे……. करना था इंकार मगर इकरार तुम्ही से कर बैठे’….से ‘अभी ना जाओ छोड़ कर कि दिल अभी भरा नहीं…

लखनऊ। बिहार की राजनीति में मचे घमासान पर यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सबको एक गाना गाकर सुनाया था ‘ ना ना करते प्यार तुम्ही  से कर बैठे……. करना था इंकार मगर इकरार तुम्ही से कर बैठे’…………………। अभी हर कोई अखिलेश के इसगाने को इंजॉय कर ही रहे थे कि उत्तर प्रदेश में सपा के तीन एमएलसी ने अखिलेश का साथ छोड़ दिया। अब अखिलेश शायद इस गाने को गाते हर तरफ नजर आयेंगे कि …………… अभी ना जाओ छोड़ कर कि दिल अभी भरा नहीं…………………………….।

बिहार में  राजनीतिक सफलता के बाद यूपी में तीन राज्य सभा सदस्यो को बिना चुनाव लड़ाये ही विधिवत विधान मंडल दाल का सदस्य बनाये जाने की रणनीति कल कामयाब हो गई। एक ओर सबका साथ और सबका विकास की बुलंद होती कामयाबी और दूसरी ओर निष्पक्ष भाव से योगी आदित्य नाथ की कार्यप्रणाली ने अखिलेश यादव के करीबी माने जाने वाले नेताओं को भी दल बदलने के लिए मजबूर कर दिया है।

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष तथा पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के बेहद करीबी माने जाने वाले विधान परिषद सदस्य बुक्कल नवाब ने कल पार्टी से इस्तीफा देकर यह साबित कर दिया है कि अब समाजवादी पार्टी को कोई भविष्य नही रह गया है। अमितशाह के लखनऊ पहुचने से पहले ही तीन विधान परिषद सदस्यो द्वारा समाजवादी पार्टी से इस्तीफा देना गुजरात की तर्ज़ पर कार्यवाही मानी जा रही है।अब अपनी पार्टी के बचे विधायको को बचाना है तो अखिलेश को भी गुजरात विधायको की भांति  अपहृत करके किसी गुप्त स्थान पर ले जाना होगा।

अयोध्या में राम मंदिर निर्माण में करोड़ो रूपये देबे की घोषणा करने वाले तथा प्रदेश की राजधानी लखनऊ में अवैध निर्माण के मामले में फंसे समाजवादी पार्टी के नेता बुक्कल नवाब ने समाहवादी पार्टी से मोहभंग होने के कारण इस्तीफा दे दिया । यही नही उनके साथ विधान परिषद सदस्य यशवंत सिंह व मधुकर जेटली ने भी समाजवादी पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।

पूर्व मंत्री रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया के बेहद करीबी विधान परिषद सदस्य यशवंत सिंह ने भी कल अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। इसके अतिरिक्त   मुलायम सिंह यादव के बेहद करीबी माने जाने वाले मधुकर जेटली ने भी पार्टी से त्याग पत्र दे दिया है।  मधुकर जेटली उत्तर प्रदेश में मेट्रो के सलाहकार थे, लेकिन अखिलेश यादव ने उनको इस पद से हटा दिया था।

समाजवादी पार्टी से विधान परिषद सदस्य तथा राष्ट्रीय शिया समाज के संस्थापक बुक्कल नवाब ने आज पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। बुक्कल नवाब ने कहा कि पिछली सरकार के मुखियाअखिलेश यादव ने मेरे समुदाय के साथ ज्यादती की थी। इस मौके पर बुक्कल नवाब ने कहा कि अभी और लोग भी समाजवादी पार्टी से इस्तीफा देंगे।  नवाब ने कहा कि पार्टी में मुलायम सिंह यादव का काफी अपमान हो रहा है। उनका अपमान पार्टी में रहते हुए हमसे तो असहनीय है। इसी कारण से हम इस्तीफा दे रहे हैं।

बुक्कल नवाब के साथ ही यशवंत सिंह व मधुकर जेटली ने अपना-अपना इस्तीफा विधान परिषद के सभापति रमेश यादव को सौंप दिया है। बुक्कल नवाब के साथ ही पार्टी के नेता मधुकर जेटली ने भी इस्तीफा दे दिया है।