नई दिल्ली। सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा ने कहा है कि वे खुद काबिल हैं और जिंदगी में आगे बढ़ने के लिए उन्हें प्रियंका गांधी के नाम के सहारे की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा है कि वे 20 साल से गांधी परिवार का हिस्सा हैं। लेकिन पॉलिटिक्स में तभी आएंगे जब उन्हें लगेगा कि वे कुछ बदलाव ला सकते हैं।
न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए इंटरव्यू में वाड्रा ने कहा, ”मेरी ताकत को लोग देख सकते हैं। मैं अच्छा काम करता हूं। मुझे फर्क नहीं पड़ता कि मेरे बारे में क्या छपता है। मुझे फर्क नहीं पड़ता कि लोग मेरे बारे में क्या कहते हैं। वक्त आते-आते लोगों को पता चल जाएगा और वे समझ जाएंगे कि मुझे अपनी जिंदगी को आगे बढ़ाने के लिए प्रियंका के नाम के सहारे की जरूरत नहीं है। मुझे लगता है कि मेरे माता-पिता संपन्न हैं। मैं एजुकेटेड हूं।’मुझे प्रियंका के साथ या गांधी परिवार में आए हुए 20 साल हो गए। लेकिन मुझे 20 साल नहीं लगेंगे पॉलिटिक्स ज्वाइन करने के लिए।20 साल नहीं लगेंगे किसी कॉन्स्टिट्यूएंसी में जीतने के लिए। लेकिन जब मुझे लगेगा कि मैं कुछ बदलाव कर सकता हूं, मैं कुछ कर सकता हूं। तभी मैं पॉलिटिक्स में आऊंगा। मैं सिर्फ इसलिए राजनीति में नहीं आऊंगा कि मैं किसी परिवार का हिस्सा हूं।
वाड्रा ने कहा, ”मोदी सरकार को जल्द ही जनता के बड़े विरोध का सामना करना पड़ेगा। मैं सरकार को ऑल द बेस्ट कहना चाहता हूं। लेकिन जनता विरोध करेगी। क्योंकि वो जानती है कि सही और गलत क्या है। हमारे देश में डायवर्सिटी है और मजहब के आधार पर भेदभाव नहीं किया जाना चाहिए। हमें हर तरह के ओपिनियन को मानना चाहिए। यूनिवर्सिटीज में फ्रीडम ऑफ एक्सप्रेशन पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में वाड्रा ने कहा मैं ये नहीं कहता कि देश के खिलाफ जाओ। भारतीय होने पर मुझे फख्र है। लेकिन मैं ये भी मानता हूं कि मेरी अपनी सोच और आइडियोलॉजी है। मुझे इस बात का कानूनी हक है कि मैं सही और गलत का फैसला कर सकूं। उन्होंने आगे कहा- ”स्टूडेंट्स हमारा फ्यूचर हैं। हमें उनकी बात भी सुननी और समझनी चाहिए। धमकी देना सही नहीं है। चाहे मुझे कितना भी परेशान किया जाए लेकिन मैं अपना देश कभी नहीं छोड़ूंगा। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि वो (अपोजिशन या विरोधी) मेरे बारे में क्या कहते हैं। कारोबारी सरकार के रवैये से नाखुश हैं। ये जल्द ही इसका विरोध भी करेंगे। बता दें कि वाड्रा इस समय जमीन से जुड़े मामलों को लेकर हरियाणा सरकार के निशाने पर हैं।
और क्या कहा सोनिया के दामाद ने?
मेरी फैमिली काफी मजबूत है। मैं अपने बारे में लिखी बातों को तवज्जो नहीं देता क्योंकि मैं जानता हूं कि सच्चाई क्या है? पॉलिटिक्स में होने या न होने से फर्क नहीं पड़ता। सेंसेटिव इश्यूज पर मेरा ओपिनियन सोशल मीडिया पर शेयर करता ही हूं।