मुंबई। विजय माल्या की कंपनी किंगफिशर एयरलाइंस पर बकाया कर्ज की रिकवरी करने के लिए स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की ओर से आयोजित किंगफिशर हाउस की नीलामी में किसी ने बोली नहीं लगाई। एसबीआई ने इसके लिए ऑनलाइन नीलामी शुरू की थी, जिसके लिए कोई बोली नहीं मिली। मुंबई के विले पार्ले स्थित इस 17,000 वर्ग फुट के बंगले की बोली एसबीआईकैप्स ट्रस्टी की ओर से आयोजित की गई।
माल्या के किंगफिशर हाउस की ई-नीलामी की गई। बैंक ने इस प्रॉपर्टी का बेस प्राइस 150 करोड़ रुपये रखा था। किंगफिशर एयरलाइंस पर 17 बैंकों का 9,000 करोड़ रुपये बकाया है। इस बीच मुंबई में ईडी ने माल्या की कंपनी यूनाइटेड ब्रेवरेज के पूर्व सीएफओ नेदुंगड़ी और किंगफिशर एयरलाइंस के पूर्व सीएफओ ए. रघुनाथन से पूछताछ की।
एसबीआई की ओर से जारी किए गए नोटिस के मुताबिक किंगफिशर एयरलाइंस के नाम कर्ज जारी किया गया था। इस लोन के लिए कंपनी की ओर से यूनाइटेड ब्रेवरेज और विजय माल्या ने गारंटी दी थी। देश के नामी शराब कारोबारियों में शुमार विजय माल्या ने मई 2005 में किंगफिशर एयरलाइंस की शुरुआत की थी। कुछ सालों में ही यह कंपनी देश की दूसरी सबसे बड़ी एयरलाइंस कंपनी भी बन गई, भले ही उसने मुनाफे के तौर पर कोई कमाई न की हो। 2012 में कंपनी की आर्थिक स्थिति बिगड़ गई, इसके बाद माल्या ने अक्टूबर में एयरलाइंस की सेवाओं को बंद करने का फैसला लिया। अक्टूबर 2012 से ही किंगफिशर की उड़ानें ठप हैं। इसके बाद ही कंपनी का फ्लाइंग लाइसेंस रद्द कर दिया गया।
एसबीआई के नेतृत्व में बैंकों ने किंगफिशर के खिलाफ मुंबई की स्थानीय अदालत में केस जीता है। फरवरी 2015 से ही करीब 150 करोड़ रुपये के किंगफिशर हाउस पर बैंक का कब्जा था। इसके अलावा गोवा स्थित किंगफिशर विला पर भी बैंकों का कब्जा है, इसकी कीमत 90 करोड़ तक आंकी जा रही है। विजय माल्या पर बैंकों का करीब 9,000 करोड़ रुपये का भारी कर्ज बकाया है, बैंकों की ओर से अब तक 1,600 करोड़ रुपये की रिकवरी की जा चुकी है। बैंकों ने इक्विटी शेयर बेचकर यह वसूली की है।
बैंक फिलहाल विजय माल्या को दिए कर्ज पर 15.5 पर्सेंट का ब्याज चार्ज किया है। जनवरी 2013 के बाद से ही माल्या की कंपनी की ओर से कर्ज की अदायगी नहीं की जा रही है। डूब चुकी किंगफिशर एयरलाइंस पर स्टेट बैंक ऑफ इंडिया का सबसे अधिक 1,600 करोड़ रुपये का कर्ज बकाया है। इसके अलावा पंजाब नैशनल बैंक और आईडीबीआई बैंक की 800-800 करोड़ रुपये की राशि है। बैंक ऑफ इंडिया के 650 करोड़, बैंक ऑफ बड़ौदा के 550 करोड़, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के 410 करोड़ और यूको बैंक के 320 करोड़ रुपये विजय माल्या पर बकाया हैं। इसके अलावा भी कई अन्य बैंकों का सैकड़ों करोड़ रुपये का कर्ज फंसा हुआ है।