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कैशकांड के बाद केजरीवाल के घर की इनसाइड स्टोरी ! कहां है पैसा ?

नई दिल्ली। दिल्ली की सत्ताधारी आम आदमी पार्टी के भीतर मचा सियासी बवावल पूरे शबाब पर है, दरअसल जब केजरीवाल के ही एक पुराने साथी ने उन पर इतना बड़ा आरोप लगाया, जो आजतक उनके राजनीतिक विरोधी भी नहीं लगा पायें, आइये आज हम आपको बतातें हैं कि कपिल के आरोप से आम आदमी पार्टी और दिल्लीवासियों को कहां चोट लगी है। पूरा घटनाक्रम सिल-सिलेवार ढ़ंग से पढ़िये…

रविवार सुबह डॉ. कुमार विश्वास ने अरविंद केजरीवाल को फोन किया और कहा कि वो उनसे मिलने आ रहे हैं, तब कुमार भोपाल में थे, दिल्ली लौटते ही वो सीधे अपनी पत्नी के साथ सीएम आवास पहुंच गए। वहां पहुंचने के बाद थोड़ी देर में मनीष सिसोदिया भी आ गए और तीनों एक अलग कमरे में बैठक करने लगे, कुछ देर बाद संजय सिंह और आशुतोष भी पहुंचे। कुमार विश्वास ने कपिल मिश्रा के बर्खास्तगी की वजह पूछी, वो उन पर एक्शन लिये जाने से खफा थे, जिस पर उनके बालसखा मनीष ने कहा कि क्या वो कपिल के हालिया ट्विट्स को स्वीकारते हैं ? इसके साथ ही कुमार के सामने एमसीडी चुनाव में मिली हार की रिपोर्ट पेश की गई, जिसमें 50 के करीब विधायकों ने हार की वजह पानी संकट को बताया था।

इस बैठक में कुमार ने भी माना कि कपिल को सार्वजनिक फोरम की जगह पार्टी के अंदर अपनी बात रखनी चाहिये थी, संजय सिंह ने कुमार से कहा कि अगर उन्हें टैंकर घोटाले का खुलासा करना था, तो वो स्वतंत्र हैं, लेकिन उन्होने इसमें केजरीवाल का नाम क्यों घसीटा, क्यों कहा कि उन्होने उन्हें सबूत दे दिया है। जिसके बाद कुमार विश्वास ने सीएम से पूछा कि क्या वो इस सिलसिले में कपिल से मिले थे, केजरीवाल ने इस बात से इंकार कर दिया, उन्होने कहा कि वो कपिल मिश्रा के सार्वजनिक तौर पर झूठ होलने से आहत हैं, उन्होने कहा कि पार्टी और पीएसी मानती है कि कैबिनेट में कौन रहेगा, इस बात का आखिरी फैसला सीएम कर सकते हैं। इस पर कुमार विश्वास ने कहा कि उन्हें भरोसे में लेकर कुछ समय बाद ये फैसला लिया जा सकता था। फिर वो सीएम आवास से निकल गए और वहां पर कहा कि वो कपिल से बात करेंगे, तब तक दिन के ग्यारह बज चुके थे।

कुमार विश्वास के सीएम आवास से निकलने के बाद गोपाल राय, दिलीप पांडे और सत्येन्द्र जैन वहां पहुंचे। बैठक फिर से शुरु हो गई, तभी करीब दोपहर बारह बजे कपिल मिश्रा ने सत्येन्द्र जैन और केजरीवाल के ऊपर बमबारी की, सभी आप नेताओं और मंत्रियों ने टीवी पर कपिल मिश्रा को सुना, कपिल के बयान से हर कोई अवाक था, तब तक कुमार विश्वास वहां दुबारा पहुंच गए, वो कपिल के बयान से बिफरे हुए थे, उन्होने कहा कि उनके आरोपों पर कतई यकीन नहीं की जा सकती। कुछ देर बातचीत करने के बाद उन्होने माना कि कपिल ने हद पार की है, मनीष सिसोदिया ने उनसे पूछा कि क्या कपिल का बयान अमानतुल्ला के आरोपों जितना ही संजीदा है, क्या कोई आप कार्यकर्ता ऐसा कह सकता है। कुमार विश्वास भी मनीष की बातों से सहमत थे, उन्होने माना कि वो भी अमानतुल्ला के बयानों से इतने आहत नहीं हुए थे, मतभेदों के बावजूद कोई केजरीवाल के बारे में ऐसी सोच नहीं रख सकता ।

सीएम केजरीवाल ने कहा कि कपिल के आरोपों का जवाब देने की कोई आवश्यकता नहीं है, हालांकि वो हैरान भी हैं कि कोई इस स्तर तक भी गिर सकता है। कुमार विश्वास को कहा गया कि वो इस मसले पर कोई बयान ना दें, लेकिन कुमार ने कहा कि इस मौके पर जरुरी है, कि पार्टी एकसुर में बोले, लिहाजा उन्होने तुरंत बयान दिया। कुमार ने कहा कि सत्येन्द्र जैन के खिलाफ लगे आरोपों की संजीदगी से विचार होना चाहिये, उनकी राय में पार्टी और लीडरशिप किसी ऐसे नेता का बचाव करते नहीं दिख सकती, जिस पर भ्रष्टाचार का जरा सा भी दाग हो, उन्होने जैन से ये भी कहा कि पीएसी की अगली बैठक में वो अपने बचाव में दस्तावेज पेश करें। आम आदमी पार्टी के नेता इस बात पर एकमत हैं कि कपिल ने हदें लांघी है। लेकिन उन पर कार्रवाई के लिये कोई बात नहीं कर रहा।