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क्‍यों आ रही लगातार गिरावट, रूपया अब तक सबसे निचले स्तर 80.05 रुपये प्रति डॉलर पर पहुंचा

अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया शुरुआती कारोबार में सात पैसे की गिरावट के साथ अब तक के रिकॉर्ड निचले स्तर 80.05 रुपये प्रति डॉलर पर पहुंचा। सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 117.3 अंक गिरकर 54,403.85 अंक पर पहुंचा, निफ्टी भी 28.80 अंक की कमजोरी के साथ 16,249.70 अंक पर मौजूद। अमेरिकी मुद्रा की मजबूती और कच्चे तेल की कीमतों में मजबूती को देखते हुए रुपया मंगलवार को शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 7 पैसे टूटकर अब तक के सबसे निचले स्तर 80.05 पर आ गया। इंटरबैंक विदेशी मुद्रा में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 80 पर खुला, फिर 80.05 पर बोली लगाने के लिए नीचे आ गया। पिछले बंद से 7 पैसे की गिरावट दर्ज की।

शुरुआती कारोबार में स्थानीय इकाई ने भी अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले 79.90 को छुआ। कच्चे तेल की कीमतों में उछाल और विदेशी फंड के बहिर्वाह के बीच सोमवार को रुपया पहली बार इंट्रा-डे स्पॉट ट्रेडिंग में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 80 के निचले स्तर तक गिर गया, सत्र 16 पैसे कम 79.98 पर समाप्त हुआ।

रिलायंस सिक्योरिटीज के वरिष्ठ शोध विश्लेषक श्रीराम अय्यर ने कहा कि मंगलवार की सुबह कमजोर नोट पर खुला रुपया बहिर्वाह और उच्च तेल की कीमतों से कम हो गया, यह कहते हुए कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के हस्तक्षेप की कमी से भी भावनाओं पर असर पड़ सकता है। अय्यर के अनुसार, मंगलवार के सत्र के लिए USD/INR जोड़ी की सीमा 79.75-80.12 है। ग्लोबल बाजार में कच्चे तेल के दामों में आ रही हालिया तेजी और रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण भारतीय करेंसी पर दबाव आ रहा है और इसका असर से भारतीय रुपये में लगातार गिरावट देखी जा रही है।