लखनऊ ‘पहले यूपी’ (प्रोजेक्ट फ़ॉर एक्सीलेंस इन हायर लर्निंग एंड एजुकेशन इन यूपी) पर योगी सरकार काम कर रही है। प्रोजेक्ट को अमली जामा पहनाने के लिए क्रिस्प इंडिया के साथ योगी सरकार ने करार किया है।
योगी सरकार ने उत्तर प्रदेश को हायर एजुकेशन के क्षेत्र में देश का बेस्ट गंतव्य (डेस्टिनेशन) बनाने की तैयारी की है। इसके लिए सरकार ने सेंटर फॉर रिसर्च इन स्कीम्स एंड पॉलिसीज (क्रिस्प) इंडिया के साथ करार किया है। योजना के तहत सरकार ‘पहले यूपी’ यानी प्रोजेक्ट फ़ॉर एक्सीलेंस इन हायर लर्निंग एंड एजुकेशन इन यूपी करने जा रही है। इस प्रोजेक्ट के तहत सरकार कई मानकों पर प्रदेश के हायर एजुकेशन इंफ्रास्ट्रक्चर को सुधारने का प्रयास करेगी। इसमें कॉलेजों की एनआईआरएफ रैंकिंग में शामिल कराने से लेकर जॉब ओरिएंटेड स्किल इंटीग्रेटेड एजुकेशन, नई शिक्षा नीति को लागू करने समेत टेक्नोलॉजी आधारित शिक्षा, इनोवेशन एवं एंटरप्रेन्योरशिप को प्रोत्साहित करने जैसे कदम उठाए जाएंगे।
योजना के तहत कम से कम प्रदेश के 25 कॉलेजों को 2025 तक एनआईआरएफ रैंकिंग में लाने का लक्ष्य रखा गया है। इसकी प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है, जिसके तहत 42 जिलों के 78 कॉलेजों का चयन करके यूपी-एचईसी के साथ कंसल्टेशन किया गया है। इनमें से 15 को चयन के लिए शॉर्टलिस्ट कर लिया गया है। इसके अतिरिक्त अगले 3 वर्ष में 25 प्रतिशत (करीब 1850) कॉलेजेज को नैक द्वारा एक्रिडिएशन दिए जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। एनआईआरएफ और नैक के लिए विभिन्न रणनीतियों को अपनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है और जल्द ही इसके परिणाम देखने को मिलने लगेंगे।