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दिल्ली में दूसरे दिन भी जारी टैक्सी और कैब चालको की हड़ताल

दिल्ली में ऑटो, टैक्सी और कैब चालको का विरोध प्रदर्शन आज भी जारी है। इनके हड़ताल की वजह से यात्रियों को काफी दिक्कत हो रही है। दरअसल, ईंधन की बढ़ती कीमतों के मद्देनजर सीएनजी पर सब्सिडी और किराए की दरों में लगातार बदलाव की मांग हो रही है। हड़ताल के चलते पिछले 2 दिनों से दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में कैब और ऑटो की लगातार कमी दिखाई दे रही है। आज दूसरे दिन भी इनका विरोध प्रदर्शन जारी है। इसकी वजह से यात्रियों को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। एक टैक्सी चालक ने बताया कि 2 दिन से हम लोग स्ट्राइक पर हैं। 35 रुपए किलो CNG गैस थी और अब 72 रुपए किलो कर दी है। केजरीवाल सरकार ने हमें बहुत परेशान कर रखा है और टैक्स इतना ज्यादा ले रहे हैं। हम चाहते हैं हमारे पैंसे बढ़ाए जाए।

टैक्सी चालक ने आगे बताया कि केजरीवाल सरकार ने दिल्ली में शराब की 1 बोतल पर 1 शराब की बोतल फ्री कर दी है तो हम चाहते हैं कि 1 किलो CNG पर 1 किलो CNG भी फ्री कर दें। हमारी यही मांग है और हमारा प्रदर्शन ऐसे ही जारी रहेगा। कल की बात करे तो शहर के रेलवे स्टेशन, अंतर-राज्यीय बस टर्मिनल (आईएसबीटी) और मेट्रो स्टेशन पर शायद ही कोई ऑटो, कैब और फीडर बसें उपलब्ध थीं। कुछ लोगों को हड़ताल की जानकारी नहीं थी, ऐसे में काफी दिक्कतें हुईं। दिल्ली ऑटो रिक्शा संघ के महासचिव राजेंद्र सोनी ने बताया कि सरकार को या तो सीएनजी की कीमतों पर 35 रुपये प्रति किलो की सब्सिडी देनी चाहिए या किराए में बढ़ोतरी करनी चाहिए। दिल्ली के सर्वोदय ड्राइवर वेलफेयर एसोसिएशन ने मांगें नहीं माने जाने पर अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी दी है।

कांग्रेस की दिल्ली इकाई ने हड़ताल का समर्थन किया और मांग की कि अरविंद केजरीवाल नीत सरकार सीएनजी की कीमतों पर सब्सिडी दे। कांग्रेस की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष अनिल कुमार ने एक बयान में कहा, ‘‘हड़ताल के कारण यात्रियों को काफी असुविधा हुई है क्योंकि वे कई स्थानों पर फंसे हुए हैं। मुख्यमंत्री लोगों की दुर्दशा से अप्रभावित हैं क्योंकि उन्होंने ऑटो-टैक्सी यूनियन से मिलने से इनकार कर दिया था। मुख्यमंत्री को सीएनजी पर सब्सिडी की मांग मान लेना चाहिए।’’ सुबह में ऐसी खबरें आईं कि नोएडा और गाजियाबाद से दिल्ली में प्रवेश करने वाली कैब को सीमा बिंदुओं पर रोका गया और चालकों से वाहन ना चलाने को कहा गया, जिससे लोगों की परेशानियां और बढ़ गई।