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लखीमपुर खीरी मामले पर सख्त योगी सरकार, डिप्टी सीएम बोल- अपराध करने वाला एक भी अपराधी बच नहीं पाएगा

उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में बुधवार शाम एक खेत में दो सगी बहनों के शव पेड़ पर फंदे से लटकते मिले। परिवार का आरोप है कि पड़ोस के गांव के रहने वाले तीन युवकों पर उसकी बेटियों को अगवा कर उनकी हत्या कर दी है। पुलिस ने इस मामले में छह आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। दूसरी ओर विपक्ष योगी सरकार पर हमलावर हो गया है। अब पूरे मामले को लेकर भी सरकार एक्शन में है। सरकार का साफ तौर पर कहना है कि दोषियों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई होगी। उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि लखीमपुर की घटना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। इस दुख की घड़ी में सरकार पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है। अपराध करने वाला एक भी अपराधी बच नहीं पाएगा। उनके खिलाफ ऐसी कठोरतम कार्रवाई की जाएगी जो एक मिशाल बनेगी।

उप मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं विपक्ष के नेताओं से अनुरोध करूंगा कि ऐसे समय में राजनीति करने की जगह पीड़ित परिवार को सांत्वना देने का काम करे। वहीं, दूसरे उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि लखीमपुर की घटना बहुत ही दुखःद है। सरकार ने मामले को गंभीरता से लिया है। सरकार सीधे नज़र बनाए हुए थी। लखीमपुर की घटना का पर्दाफाश हो गया है। आरोपियों ने पहले बच्चियों के साथ दुष्कर्म किया फिर हत्या कर लटका दिया। उन्होने कहा कि इस मामले में सरकार ऐसी कार्रवाई करेगी कि इन अभियुक्तों की आने वाली पीढ़ियों के रूह कांपेंगे। सरकार पीड़ित परिवार के साथ है। हर स्थिति में उन्हें न्याय मिलेगा। मामले को हम फास्टट्रैक कोर्ट में ले जाएगें और शीघ्र से शीघ्र सजा दिलाई जाएगी।

वहीं, राहुल गांधी ने इस मामले को लेकर उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि लखीमपुर में दिन-दहाड़े, दो नाबालिग दलित बहनों के अपहरण के बाद उनकी हत्या, बेहद विचलित करने वाली घटना है। बलात्कारियों को रिहा करवाने और उनका सम्मान करने वालों से महिला सुरक्षा की उम्मीद की भी नहीं जा सकती। हमें अपनी बहनों-बच्चियों के लिए देश में एक सुरक्षित माहौल बनाना ही होगा। मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी ने प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। अखिलेश यादव ने इस घटना की तुलना हाथरस कांड से करते हुए ट्वीट किया, ‘‘निघासन पुलिस थाना क्षेत्र में दो दलित बहनों को अगवा करने के बाद उनकी हत्या और उसके बाद पुलिस पर पिता का ये आरोप बेहद गंभीर है कि बिना पंचनामा और सहमति के उनका पोस्टमार्टम किया गया। लखीमपुर में किसानों के बाद अब दलितों की हत्या ‘हाथरस की बेटी’ हत्याकांड की जघन्य पुनरावृत्ति है।