Breaking News

ईडी के समक्ष पेश हुए राजस्थान के सीएम के बेटे वैभव गहलोत

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत कथित विदेशी मुद्रा नियम उल्लंघन की चल रही जांच के सिलसिले में आज प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सामने पेश हुए। गहलोत सुबह करीब साढ़े 11 बजे दिल्ली स्थित ईडी के मुख्यालय पहुंचे। ईडी ने वैभव गहलोत को समन जारी किया था, जिसमें उन्हें ईडी के जयपुर या दिल्ली कार्यालय में गवाही देने का विकल्प दिया गया था। ये समन सीधे तौर पर राजस्थान स्थित आतिथ्य समूह ट्राइटन होटल्स एंड रिसॉर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड, वर्धा एंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड और शिव शंकर शर्मा, रतन कांत शर्मा और अन्य व्यक्तियों के खिलाफ किए गए हालिया ईडी छापे से जुड़े हैं।

पिछले महीने की गई तलाशी के दौरान ईडी ने ₹1.2 करोड़ नकद जब्त किए थे। जांच से संकेत मिलता है कि ट्राइटन समूह को 2007-2008 की अवधि के दौरान मॉरीशस इकाई से निवेश प्राप्त हुआ था। माना जा रहा है कि ईडी वैभव गहलोत से रतन कांत शर्मा के साथ उनके कथित संबंधों के बारे में पूछताछ कर सकती है। अपने बेटे पर लगे आरोपों के जवाब में अशोक गहलोत ने वैभव का बचाव करते हुए इस बात पर जोर दिया है कि वह विदेशी मुद्रा लेनदेन में शामिल नहीं हैं। उन्होंने कहा, “वैभव गहलोत की केवल एक टैक्सी कंपनी है। रतन (कांत शर्मा) पार्टनर थे, लेकिन अब वे अलग-अलग काम करते हैं।”

 

राजस्थान के मुख्यमंत्री ने केंद्रीय एजेंसियों की उनकी घटती विश्वसनीयता के लिए आलोचना की, जिसे वह भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार द्वारा कथित दुरुपयोग के लिए जिम्मेदार मानते हैं। उन्होंने स्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा, “केंद्रीय एजेंसियों की अब कोई विश्वसनीयता नहीं है। यह चिंताजनक स्थिति है। यह मेरे बेटे या राज्य कांग्रेस अध्यक्ष के बारे में नहीं है। आतंक मचा रखा है देश में।” गहलोत ने अल्प सूचना समन जारी करने के लिए केंद्रीय एजेंसियों को फटकार लगाते हुए इसे अस्वीकार्य बताया।