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IIT स्टूडेंट का सुसाइड नोट- ‘मामा और मौसी के बेटों ने मेरे साथ 10 साल तक कुकर्म किया, अब और नहीं जी सकता…’

नई दिल्ली। आईआईटी दिल्ली में पढ़ने वाले एक 21 वर्षीय स्टूडेंट गोपाल मालो ने शुक्रवार 13 अप्रैल सुबह अपने हॉस्टल रूम में फांसी से लटककर जान दे दी. उसने ये खौफनाक कदम क्यों उठाया इसकी वजह वो अपने सुसाइड नोट में लिखकर छोड़ गया. पुलिस के हाथ लगे इस सुसाइड नोट में गोपाल ने जो खुलासा किया उसे जानने के बाद उसका परिवार भी सन्न रह गया. जानकारी के मुताबिक, ये सामने आया है कि गोपाल के साथ 11 वर्ष की उम्र से ही उसके मामा और मौसी के बेटे कुकर्म करते आ रहे थे. दिल्ली आने पर वो उस पर वापस कोलकाता लौटने के लिए दबाव बनाने लगे थे. इससे परेशान होकर गोपाल ने अपनी जिंदगी खत्म कर ली. पूछताछ में ये भी सामने आया है कि इससे पहले भी गोपाल ने आत्महत्या करने की कोशिश की थी.

हॉस्टल रूम में लगाई फांसी
जानकारी के अनुसार, गोपाल नीलगिरी हॉस्टल के कमरा नंबर डी-5 में रहता था. उसके साथ दो रूममेट्स भी रहते थे. शुक्रवार सुबह जब वे कमरे पर आए तो उनके कई बार दरवाजा खटखटाने पर भी गोपाल ने दरवाजा नहीं खोला. जब उन्होंने खिड़की से झांका तो देखा कि गोपाल फंदे से लटका हुआ है. इसकी सूचना तुरंत गार्ड्स को दी गई, जिन्होंने पुलिस को सूचित किया.

पहले भी की थी आत्महत्या की कोशिश
पुलिस पूछताछ में गोपाल के बड़े भाई ने बताया कि 10 अप्रैल को भी उसने नींद की गोलियां खाकर जान देने की कोशिश की थी. लेकिन रूममेट्स ने उसे सही समय पर अस्पताल पहुंचा दिया, जिससे उसकी जिंदगी बच गई थी. दो दिनों तक उसकी काउंसलिंग करने के बाद 12 अप्रैल को वे गोपाल को वापस हॉस्टल छोड़कर गए थे. परिवार ने बताया कि कोलकाता में रहते हुए गोपाल ने कभी भी उसके साथ हुए कुकर्म के बारे में परिवार को नहीं बताया था.

रूममेट्स ने बताया कि हॉस्टल लौटने के बाद गोपाल ने शाम को उनसे कहा था कि वो कुछ समय अकेले रहना चाहता है. इसके बाद वे कहीं और चले गए थे. शुक्रवार सुबह जब वे लौटे तो उन्होंने पाया कि गोपाल ने अपने पजामे से फंदा बनाकर खुद को फांसी लगा ली है.

सुसाइड नोट में चौंकाने वाले खुलासे
गोपाल के रूम की जांच करने पर पुलिस को बंगाली भाषा में लिखा उसका सुसाइड नोट मिला. इसमें उसने बताया था कि 11 साल की उम्र में सबसे पहले मौसी के बड़े बेटे ने उसके साथ कुकर्म किया था. इसके बाद मामा के बेटे ने भी उसके साथ कुकर्म किया. उसके साथ लगातार ऐसा किया जाता रहा. 10 सालों में उसे लगा कि ये सब सामान्य बात है, लेकिन दिल्ली आने पर उसे एहसास हुआ कि उसके साथ क्या हुआ है. इसके बाद वो जिंदा नहीं रहना चाहता. गोपाल ने अपने सुसाइड नोट में अपने माता-पिता से ये मांग की कि मामा और मौसी के बेटों को सख्त सजा दिलवाई जाए.

पुलिस ने मामले में जीरो एफआईआर दर्ज कर ली है. इसे बंगाल पुलिस को जांच के लिए सौंपा जाएगा. जल्द ही आरोपियों से भी पूछताछ की जाएगी.